21 से 30 साल के युवा जरूर कराएं ये टेस्ट, खतरनाक बीमारियों से रहेंगे दूर
Health Tips: सेहतमंद रहने के लिए हमें खान-पान के साथ-साथ बीमारियों से दूर रहने के लिए भी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। उम्र के हर 10 साल में कुछ मेडिकल टेस्ट करवाना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हमारे शरीर की जरूरतें और समस्याएं बदलती रहती हैं। खासतौर पर 21 से 30 साल के युवाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि इस उम्र में लोग आमतौर पर एक्टिव ज्यादा रहते हैं और अक्सर अपनी सेहत के प्रति लापरवाह भी हो जाते हैं। हम आपको कुछ टेस्ट बता रहे हैं, जिन्हें आपको शुरुआती चरणों में ही किसी बीमारी का पता लगाने में मदद कर सकते हैं, जिससे समय से ट्रीटमेंट शुरू होता है और निदान पाया जा सकता है।
20 से 30 साल में कराएं ये टेस्ट
युवा, जो 20 से 30 वर्ष की श्रेणी में आते हैं, उन्हें डायबिटीज, बीपी, सीबीसी, विटामिन बी-12 और डी-3 का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए, ताकि बीमारियों के बारे में और शरीर के बारे में पता लगाया जा सके। वहीं, इस उम्र की महिलाओं को एचपीवी (HPV) और यूरिन की जांच भी जरूर करवानी चाहिए। इस उम्र के नौजवानों को रोजाना एक्सरसाइज करने की आदत को अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए।
31 से 40 साल के व्यस्क ये टेस्ट करवाएं
इस उम्र में लोगों के जीवन में तनाव बढ़ जाता है, जो दिल के रोगों, किडनी डिजीज और लिवर समेत कैंसर जैसी बीमारियों की शुरुआत भी कर सकता है। इसलिए इन लोगों को ऊपर बताए गए टेस्ट के साथ-साथ लिपिड प्रोफाइल और दिल, बीपी और स्किन कैंसर के साथ आंखों की जांच करवानी चाहिए। डायबिटीज की जांच भी जरूर करवा लें। इन लोगों को हिदायत दी जाती है कि अपने भोजन से शुगर को कम करें।
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41 से 50 साल की उम्र में कौन से टेस्ट जरूरी
उम्र के इस पड़ाव में लोगों की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। इन लोगों की मेटाबॉलिक एनर्जी भी कम होने लगती है, क्योंकि इस उम्र में महिलाओं में एस्ट्रोजन कम और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी घटने लगता है। ऐसे में कैल्शियम की मात्रा भी कम होने लगती है। इसलिए इन लोगों को कैल्शियम इंडेक्स की जांच जरूर करवानी चाहिए। वहीं पुरुषों को भी प्रोस्टेट से संबंधित बीमारियों की जांचें करवानी चाहिए। इन लोगों को सलाह दी जाती है कि अपनी डाइट से कार्बोहाइड्रेट फूड्स को कम करें।
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51 से 60 साल के लोग
इन लोगों को आंतों के कैंसर का खतरा रहता है। आंतों के कैंसर के अधिकांश मामले 50 साल के बाद के लोगों में पाए जाते हैं, इसलिए इसकी जांच ये लोग हर साल करवाएं। इन्हें आंखों और कानों से संबंधित जांचें भी जरूर करवानी चाहिए। इस उम्र की महिलाओं को मेनोपॉज भी होता है, इसलिए जो भी उस स्थिति से गुजर रही महिलाएं हैं, उन्हें डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। 51 से 60 साल के लोगों को अपने शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए।
60 साल के बाद
60 साल से ऊपर के लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमताएं कमजोर हो गई होती हैं। ऐसे में इन लोगों के अंदर भूलने की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इन लोगों को अल्जाइमर का टेस्ट करवाना चाहिए। कई बार इस अवस्था के लोगों में चिंता और अवसाद भी बनने लगता है, इसलिए डिप्रेशन का टेस्ट करवाना भी जरूरी है। इन लोगों को व्यायाम के साथ-साथ प्रकृति से जुड़े रहने की सलाह दी जाती है। ये खुले आसमान के नीचे व्यायाम या योग कर सकते हैं। इसके अलावा, गार्डनिंग भी बढ़िया ऑप्शन है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।