सावधान! पति-पत्नी का ब्लड ग्रुप सेम हो तो क्या होगा? डॉक्टर से जानें
Husband Wife Same Blood Group Facts: क्या शादी से पहले कपल अपना ब्लड टेस्ट करवाते हैं? शायद इस बात पर कुछ कहेंगे हां और कुछ कहेंगे कि इसकी क्या जरूरत है। हमने अक्सर सुना है कि पति-पत्नी का ब्लड ग्रुप एक जैसा हो तो उससे परेशानी होती है। ऐसा कहा जाता है कि कपल का ब्लड ग्रुप सेम नहीं होना चाहिए। ये एक ऐसा सवाल है जिस पर लोगों को बहुत कंफ्यूजन रहता है और जेहन में सवाल होता है कि क्यों? आज डॉक्टर Supriya Puranik के वीडियो के माध्यम से हम ये जानने की कोशिश करते हैं कि पति-पत्नी का ब्लड ग्रुप सेम हो तो क्या होता है?
पॉजिटिव और नेगेटिव ब्लड ग्रुप कैसे निर्धारित होता है?
सबसे पहले ये जान लेते हैं कि ब्लड ग्रुप के 2 कंपोनेंट होते हैं और ये 4 प्रकार के ब्लड ग्रुप A, AB, B , O में डिवाइड होते हैं। जिन लोगों में (Rh) factor antigen होता है उनका ब्लड ग्रुप पॉजिटिव होता है। वहीं जिन लोगों में (Rh) antigen नहीं होता वो लोग नेगेटिव ब्लड ग्रुप वाले होते हैं।
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बेबी कंसीव करने में होती है परेशानी?
कहा जाता है कि अगर कपल का ब्लड ग्रुप सेम हो तो बेबी में ABO incompatibility होने की संभावना रहती है। हालांकि ये सब में नहीं होता। लेकिन कई बेबी में होने के सम्भवनाए रहती है जिससे जन्म के बाद बच्चे को पीलिया होने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं जिन कपल का ब्लड ग्रुप सेम होता है उनके बच्चों में न तो RH incompatibility होती है और न ABO incompatibility होती है। सेम ब्लड ग्रुप वाले पति-पत्नी को घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
प्रेग्नेंसी में सेम ब्लड ग्रुप का कोई संबंध नहीं
कई बार कहा जाता है कि सेम ब्लड ग्रुप के कपल के होने वाले बच्चों में शारीरिक और मानसिक कमजोरी हो सकती है। वहीं ये भी कहा जाता है कि ऐसे कपल को गर्भपात की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन डॉक्टर सुप्रिया ने इस बात को क्लियर कर दिया है कि ऐसा कुछ नहीं होता। उन्होंने ये भी कहा कि रिश्तेदारी में शादी करने से बचना चाहिए। अगर शादी कर रहे हैं तो पहले Genetic compatibility test करवा लीजिए ताकी बार बार गर्भपात होने के खतरे से बचा जा सके।
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