खेलवीडियोधर्म
मनोरंजन | मनोरंजन.मूवी रिव्यूभोजपुरीबॉलीवुडटेलीविजनओटीटी
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

क्या प्रोटीन पाउडर किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं?

Kidney And Protein Powder: हेल्दी बॉडी के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी माना जाता है, लेकिन इसे सही तरीके से नहीं लेते हैं, तो किडनी को डैमेज कर सकता है। कई रिसर्च में प्रोटीन पाउडर और किडनी से संबंध बताया गया है, आइए जानें। 
09:45 AM Mar 19, 2024 IST | Deepti Sharma
किडनी की बीमारी Image Credit: Freepik
Advertisement

Kidney And Protein Powder:  क्या आप प्रोटीन पाउडर ज्यादा लेते हैं? सुबह और शाम जिम करने के बाद लेते हैं? कुछ तो  दिन भर के प्रोटीन सेवन को बैलेंस करने, वजन कम करने और मसल्स गेन करने के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन शायद आपको पता नहीं है कि किडनी की सेहत पर असर डाल सकते हैं? हाई प्रोटीन डाइट से किडनी को आपके खून को फिल्टर करने के लिए ज्यादा काम करना पड़ सकता है। समय के साथ, यह बढ़ा हुआ काम किडनी के लिए हानिकारक होता है। आइए जान लेते हैं, कैसे-

Advertisement

रिसर्च में पाया गया है कि सामान्य किडनी वाले ज्यादातर स्वस्थ लोगों में डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर जैसी कोई स्वास्थ्य स्थिति नहीं पाई जाती है। किडनी वैसे भी वेस्ट चीजों को बाहर कर रही है, इसलिए डेली प्रोटीन शेक लेने से कोई असर नहीं पड़ता है। हालांकि, इसे सेवन के बाद भरपूर पानी पीना चाहिए। लेकिन पहले से मौजूद किडनी से जूझ रहे लोगों के लिए प्रोटीन का सेवन गंभीर हो सकता है। अगर कोई किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं, तो प्रोटीन का सेवन सीमित करना चाहिए।

कितना प्रोटीन पाउडर लेना चाहिए? 

एक हेल्दी इंसान को प्रति किलोग्राम वजन के हिसाब से कम से कम 0.8 ग्राम प्रोटीन लेता है। हालांकि, मसल्स बनाने वालों को कम से कम 12 सप्ताह तक शरीर के वजन के प्रति किलो लगभग 2 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है। फिर आप इसे शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 1.8 ग्राम तक ला सकते हैं। इसका मतलब है काफी मात्रा में डाइट प्रोटीन ले रहे हैं। इसलिए सप्लीमेंट और पाउडर की जरूरत होती है।

इसके अलावा क्रिएटिनिन का लेवल, जिसे आमतौर पर किडनी के काम जाना जाता है, ये मेटाबॉलिज्म द्वारा प्रोड्यूस वेस्ट प्रोडक्ट से होता है, जिसे किडनी द्वारा फिल्टर किया जाता है। बढ़ा हुआ क्रिएटिनिन लेवल किडनी खराब होने का संकेत देता है।

Advertisement

यूरिन में मिलने वाले प्रोटीन से क्रिएटिनिन का पता लगता है, जो क्रिएटिनिन लेवल में मौजूद प्रोटीन की मात्रा का अनुमान लगाता है और किडनी से जुड़े चेतावनी संकेत दे सकता है। अगर पेशाब में खून, पैरों या हाथों में सूजन, मांसपेशियों में ऐंठन, थकान, अनिद्रा और सिरदर्द होता है, तो इसे नजरअंदाज न करें।

हमेशा किसी एक्सपर्ट से सलाह लें

किडनी खराब होने के दो सबसे महत्वपूर्ण जोखिम फैक्टर हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज हैं। इसलिए पहले उन पर ध्यान दें और प्रोटीन पाउडर को इस्तेमाल करने से पहले अपने हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

ये भी पढ़ें- Viagra Side Effect : मर्दाना ताकत बढ़ाने के नाम पर 200 लोगों की गई जान

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है। 

Advertisement
Tags :
health newskidneyProteinspecial-news
वेब स्टोरी
Advertisement
Advertisement