क्या है एथिलीन ऑक्साइड जो MDH और Everest के मसालों में मिला? सेहत पर पड़ता है यह बुरा असर
What is Ethylene Oxide : खाने-पीने की पैक्ड चीजें इस समय निशाने पर हैं। भारत बॉर्नविटा को हेल्थ ड्रिंक कहकर बेचने पर FSSAI ने रोक लगा दी है। वहीं नेस्ले के बेबी फूड सेरेलैक में शुगर पाए जाने के बाद इसपर भी सवाल उठने लगे हैं। अब सिंगापुर ने जहां एवरेस्ट के फिश करी मसाले पर बैन लगा दिया है तो वहीं हांगकांग ने MDH के 3 मसालों पर बैन लगा है। इनमें एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा ज्यादा पाई गई जिस कारण इन्हें बैन किया गया।
क्या है एथिलीन ऑक्साइड
एथिलीन ऑक्साइड एक कीटनाशक है जिसका इस्तेमाल खेती में कीटों को मारने में किया जाता है। साथ ही यह स्टरलाइजिंग एजेंट के रूप में भी काम करता है। खाने-पीने की चीजों में मिलाने के लिए इसे बैन किया गया है। इसका मुख काम मेडिकल इक्विपमेंट्स को स्टरलाइज करने में किया जाता है। साथ ही मसालों में इसका इस्तेमाल एक सीमित मात्रा में ही कर सकते हैं।
हो सकती हैं ये बीमारियां
एथिलीन ऑक्साइड को अगर तय मात्रा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए तो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी हो सकती है। इसके संपर्क में आने से लिम्फोइड कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं यह डीएनए, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसका इस्तेमाल लंबे समय तक किया जाए तो स्ट्रेस हो सकती है। साथ ही आंखों, स्कीन, नाक, गले और फेफड़ों में जलन हो सकती है। वहीं अमेरिकी नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के अनुसार इसके इस्तेमाल से लिंफोमा और ल्यूकेमिया जैसी बीमारी भी हो सकती है।
यह भी पढ़ें : एवरेस्ट ‘फिश करी’ मसाले में ऐसा क्या? सरकार ने किया बैन, जारी की ये चेतावनी
जारी की गई एडवाइजरी
सिंगापुर प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से अपील की है कि वे एवरेस्ट के फिश करी मसाले का फिलहाल यूज न करें। अगर किसी को मसाला खाने से कोई भी परेशानी हो रही है तो वे तुरंत स्थानीय सरकारी अस्पताल या डिस्पेंसरी में संपर्क करे या अपने आसपास किसी डॉक्टर से सलाह ले।