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Brain Rot: फोन के इस्तेमाल से सेहत को कैसे खतरा? नई रिसर्च में हुआ शॉकिंग खुलासा

Brain Rot Causes: मोबाइल पर घंटों समय बिताने वाले लोगों को इस रिसर्च के बारे में जरूर पढ़ना चाहिए। क्या आप जानते हैं ज्यादा समय तक फोन की स्क्रीन के संपर्क में रहना कितना हानिकारक है? अगर नहीं, तो जान लीजिए।
03:03 PM Dec 11, 2024 IST | Namrata Mohanty
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Brain rot

Brain Rot Causes: आजकल लोग बहुत डिजिटल हो गए हैं। मगर ज्यादा फोन देखना सेहत और दिमागी संतुलन के लिए हानिकारक है। जी हां, फोन की स्क्रीन से निकलने वाली हानिकारक किरणें हमारे मस्तिष्क को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं। लंबे समय तक रील्स या वीडियो देखने की आदत शारीरिक डैमेज के साथ-साथ मानसिक संतुलन को बिगाड़ने में भी सहायक होती है। इस क्षति को ब्रेन रॉट के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं ब्रेन रॉट का क्या मतलब है।

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क्या है ब्रेन रॉट?

यह मेडिकल टर्म पिछले कुछ समय से हेल्थ डिपार्टमेंट में चर्चाएं बटोर रहा है। इसका संबंध दिमाग और इंटरनेट के साथ-साथ फोन से भी है। दरअसल, इसका अर्थ होता है जिसमें लंबे समय तक स्क्रीन का इस्तेमाल ब्रेन पर नेगेटिव इंपैक्ट डालता है।

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क्या है यह स्थिति?

ब्रेन रॉट एक ऐसी मानसिक स्थिति है, जिसमें लंबे समय तक अगर स्क्रीन से जुड़े रहते हैं, तो उस कारण मस्तिष्क पर नकारात्मक असर पड़ता है। इससे मानसिक थकावट, फोकस की कमी, याददाश्त में कमजोरी और मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से ब्रेन की फंक्शनिंग धीमी हो सकती है, जिससे मेंटल कैपेसिटी कम हो जाती है।

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इसके प्रमुख कारण

अधिक समय तक फोन के संपर्क में रहना, खासतौर पर रात के समय।
डिजिटल ओवरलोड, इसका मतलब है सोशल मीडिया पर लंबे समय तक टाइम कंज्यूम करना।
मल्टीटास्किंग- अगर आप एक साथ कई कामों को करेंगे, तो इससे भी दिमाग पर असर पड़ता है, जिससे ब्रेन के फोकस पॉवर वीक होती है।

Mental Health Disorders

ब्रेन रॉट के शुरुआती संकेत

1. कॉग्निटिव एबिलिटी- इसका मतलब है कि आपको दिमागी कार्यों जैसे कि फोकस या क्रिएटिविटी के काम में दिमाग न लगना।

2. इमोशनल वीकनेस- ज्यादा फोन स्क्रीन के संपर्क में रहने से डिप्रेशन, अकेलेपन और चिंता जैसी भावनाएं महसूस हो सकती हैं।

3. प्रोफेशनल वर्क पर्फॉर्मेंस- जो लोग ज्यादा फोन का इस्तेमाल करते हैं, उनमें अपने काम के प्रति रुचि कम हो जाती है। दरअसल, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम काम में लापरवाही के चलते अपना दिमाग फोन में और ज्यादा व्यस्त कर लेते हैं।

इसकी रोकथाम कैसे करें?

  • फोन का सीमित तौर पर इस्तेमाल करें।
  • फोन के अलावा, अन्य एक्टीविटीज में मन लगाएं।
  • मल्टीटास्किंग से बचें।
  • अच्छी और पॉजिटिव चीजों पर फोकस करें।
  • फिजिकल एक्टिविटी भी जरूरी है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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