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Corona जैसा एक और वायरस देश में फैला, एक महीने में मिले 2505 केस, अलर्ट हुई सरकार
Mumps Symptoms: केरल राज्य में मम्प्स (Mumps) के मामलों ने अचानक बढ़ने पर स्थिति चिंताजनक बना दी है। 1 दिन में लगभग 190 से ज्यादा मामले देख जा रहे हैं और 1 महीने में 2505 मामले सामने आए हैं। असल में यह बीमारी एक वायरल संक्रमण है, जो काफी तेजी से बढ़ रही है और इसके अधिकतर मामले मलप्पुरम (Malappuram) जिले और उत्तरी केरल के बाकी हिस्सों से सामने आए हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि मम्प्स का नाम सुनकर कई लोगों के मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि ये है क्या बीमारी, जिसमें शरीर के कुछ अंग प्रभावित हो रहे हैं। तो चलिए इसके बारे में जान लेते हैं..
क्या है मम्प्स की बीमारी?
मम्प्स कण्ठ (Mumps George) के भाग का एक इंफेक्शन है, जो पैरामाइक्सोवायरस (Paramyxoviridae) नामक एयरबॉर्न वायरस की वजह से होता है, जो मुख्य रूप से सलाइवा ग्लैंड पर असर करता है और इससे गले में सूजन और दर्द होता है। ये संक्रमित मरीज से दूसरे में फैल सकता है।
मम्प्स के लक्षण
इस बीमारी में लक्षण दो से चार हफ्ते के अंदर दिखते हैं, जो आपको हल्के बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और थकान के साथ महसूस हो सकते हैं। इसका प्रमुख संकेत हमारे गले की ग्रंथियों से जुड़ा होता है और बढ़ता है। हालांकि, यह छोटे बच्चों में आमतौर पर देखा जाता है, लेकिन बड़ों में भी यह संक्रमण हो सकता है। इसके कई सारे लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे-
- लार ग्रंथियों(Salivary Glands) की सूजन जो चेहरे, जबड़े और कान के पास दिख जाती है।
- हल्के से लेकर तेज बुखार का होना
- सिर में दर्द होना
- कान में दर्द होना
- मसल्स में दर्द और थकान
- भूख की कमी
मम्स होने पर क्या करें
- मम्स के लक्षण दिखते ही डॉक्टर को दिखाएं।
- ज्यादा से ज्यादा लिक्विड का सेवन करें।
- नमक और गर्म पानी से गरारे करें।
- बहुत आराम से खाएं।
- खट्टी चीजों के सेवन से बचें।
मम्प्स का इलाज
इस बीमारी में कोई खास उपचार नहीं है और ज्यादातर मामले कुछ ही हफ्तों में सही हो जाते हैं, लेकिन, सतर्क के साथ-साथ बचाव करना सबसे जरूरी है। इसके लिए एमएमआर (Measles-Mumps-Rubella (MMR)) वैक्सीन जरूर लगवाएं। खासकर अपने छोटे बच्चों को ये वैक्सीन लगवाना चाहिए। इसके अलावा टीनएजर्स और एडल्ट को बीमारी से लगातार इम्यूनाइज्ड रहने के लिए बूस्टर शॉट्स ले सकते हैं।
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