whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

एक आलू भी ले सकता है जान! क्या है Solanine Poisoning जिसने महिला को मौत के मुंह में पहुंचा दिया?

Solanine Poisoning: कभी कभी रोज खाने वाली चीजें भी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां पर सोलनिन आलू खाने से एक महिला मौत के मुंह में पहुंच गई। जानिए क्या होता है सोलनिन, और कैसे ये सेहत के लिए खतरनाक है?
07:09 AM Sep 22, 2024 IST | Shabnaz
एक आलू भी ले सकता है जान  क्या है solanine poisoning जिसने महिला को मौत के मुंह में पहुंचा दिया

Solanine Poisoning: ज्यादातर घरों के किचन में आलू आमतौर पर मिलता है। आलू की सब्जी कई तरह से बनाई जाती है। किचन में आलू वो सामग्री है जब पकाने के लिए कुछ ना हो तो इसे ही अलग अलग तरह से पका लिया जाता है। आलू को काफी दिन तक स्टोर करके रखा जा सकता है। यही आलू कई बार हरे हो जाते हैं, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह साबित होते हैं। ऐसे ही आलू पकाकर खाने से एक महिला की जान पर बन आई। आखिर ये आलू हरे क्यों हो जाते हैं, और किस हद तक ये सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं?

Advertisement

आलू खाने से बिगड़ी हालत

किसी तरह से एलर्जिक लोगों के लिए कुछ चीजें खतरनाक साबित होती हैं। जैसे एलर्जिक लोगों को मूंगफली या मछली ना खाने की भी सलाह दी जाती है। कई मामलों में इनको खाने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। ऐसे ही साधारण सा आलू आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। मारिया हार्लेस नाम की महिला को आलू खाने की इच्छा हुई, जिसके बाद उसने आलू बनाकर खा लिए। इसके कुछ देर बाद ही उसको तेज सिरदर्द, मतली, उल्टी और पेट में ऐंठन की समस्या होने लगी। अब वह दूसरों को आलू के खतरे के बारे में चेतावनी दे रही है।

ये भी पढ़ें: मां का दूध पीते-पीते हो गई बच्ची की मौत! सामने आई ये बड़ी वजह

Advertisement

सोलनिन क्या होता है?

ज्यादा समय तक रखे हुए आलू, जिनको संभाल कर नहीं रखा गया हो। ज्यादा रोशनी या तापमान में रख दिया जाए, ऐसा आलू हरा होने लगता है। आलू में जो हरा भाग होता है वो सोलनिन होता है। इस तरह के आलू को खाने के लिए मना किया जाता है। क्योंकि कई बार ये जहर व्यक्ति की मौत का कारण बन सकता है। इसको खाने से दस्त, ऐंठन और सिरदर्द की समस्या हो जाती है।

Advertisement

इस तरह के आलू को खाने से 1979 में स्कूल कैफेटेरिया में 78 स्कूली बच्चे बीमार हो गए थे। 1899 में 56 जर्मन सैनिकों के साथ भी ऐसी ही समस्या हुई थी। 1925 में सात लोगों के एक परिवार को सोलनिन से जहर दिया गया था, जिसमें से 2 की मौत हो गई थी।

बचने का तरीका

विशेषज्ञों का सुझाव है कि किसी भी आलू को पकाने से पहले उसके हरे भागों को काट लें। इसके साथ ही हरे आलू के जमे हुए भाग को पूरी तरह से हटा दें, क्योंकि उनमें सोलनिन की मात्रा अधिक होती है। इससे भी बेहतर होता है कि अगर आलू हरा है, तो उसको बिल्कुल भी न पकाएं। जहां तक भंडारण की बात है, उन्हें सूरज की रोशनी से दूर किसी अंधेरी जगह पर रखना चाहिए।

ये भी पढ़ें: क्या होती है ‘Butterfly Skin’ की बीमारी? बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा, जानें लक्षण और बचाव

Open in App
Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो