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Symptoms Of Stomach Disease: पेट दर्द से शुरू होती हैं ये गंभीर बीमारियां, इन संकेतों को न करें इग्नोर

Symptoms Of Stomach Disease: बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारा शरीर कई प्रकार की समस्याओं से पीड़ित होने लगता है। इससे हमारे पाचन तंत्र पर भी असर पड़ता है। पर क्या पेट में दर्द भी कई अन्य कारणों से होता है? आइए जानते हैं किस प्रकार के दर्द का क्या है कारण।
09:53 AM Dec 04, 2024 IST | Namrata Mohanty
photo credit-freepik
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Symptoms Of Stomach Disease: उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारा शरीर कमजोर और धीमा होने लगता है। एज बढ़ने से कई प्रकार के शारीरिक बदलावों को भी महसूस किया जाता है। एक उम्र के बाद लोग जल्दी बीमार होने लगते हैं, इसका कारण कमजोर इम्यूनिटी भी होता है। ऐसे ही पाचन संबंधी रोग भी आपको प्रभावित करते हैं। कई बार पेट से संबंधित रोग आपको अन्य प्रकार की गंभीर बीमारियां दे सकते हैं और इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ पेट की बीमारियां बढ़ती हैं। चलिए समझते हैं अलग-अलग पेट दर्द के अलग-अलग कारणों के बारे में।

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उम्र बढ़ने से पाचन पर क्या असर पड़ता है?

इंडियन एक्सप्रेस में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, डाइटीशियन कनिका मल्होत्रा बताती हैं कि आंतों समेत पेट की बीमारियों को समय रहते समझना जरूरी है, ताकि जल्दी इलाज शुरू किया जा सके।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स- इसमें उम्र के साथ इंसान के पाचन तंत्र में मांसपेशियां और आंतें कमजोर होने लगती हैं, जिससे कब्ज या दस्त की समस्या हो सकती है।

लार कम होना- बढ़ती उम्र के साथ सलाइवा का प्रोडक्शन भी कम होने लगता है, जिससे खाने को पचाने और तोड़ने में मदद मिलती है। इसे लार कहते हैं। लार कम होने से खाने को चबाने में भी मुश्किल होती है, जिससे डाइजेशन और न्यूट्रिशन में कमी हो सकती है।

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पेट में एसिड बनना- अक्सर वृद्ध लोगों के पेट में एसिड उत्पादन में कमी हो जाती है, जो खाने को तोड़ने और प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्वों को आपके शरीर के अंदर तक पहुंचाने में मदद करते हैं। इसकी कमी से अपच, सूजन और गैस का कारण बन सकती है।

पेट दर्द के कई कारण

अपेंडिसाइटिस- अपेंडिक्स में पेट के अंदर सूजन या संक्रमण होने से बेली फैट के निचले दाहिने हिस्से में तेज दर्द हो सकता है। इस दर्द के साथ उल्टी, बुखार और दस्त भी हो सकते हैं।

पेट का अल्सर- पेट और आंतों की अंदरूनी परत में घाव होने से भी पेट में जलन और दर्द की समस्या हो सकती है। कई बार यह दर्द खाने के बाद बढ़ सकता है।

गैस्ट्रोएंटेराइटिस- इसमें पेट के अंदर वायरस या बैक्टीरिया के कारण पेट और आंतों में सूजन हो जाती है।

क्रोन डिजीज- इसमें इंफ्लामेटरी बोवेल डिजीज की समस्या बढ़ सकती है, जिसमें पेट में तेज दर्द, दस्त, वजन कम होना और थकान जैसी समस्याएं शामिल होती हैं।

गॉलस्टोन्स- पित्ताशय में पथरी के कारण भी पेट के ऊपरी और दाएं हिस्से में तेज दर्द हो सकता है, जो कभी-कभी खाने के बाद बढ़ जाता है।

किडनी स्टोन- पथरी के कारण भी पीठ और पेट के निचले भाग में तेज दर्द होता है। कई बार इस दर्द से खून आने की समस्या भी हो सकती है।

Image Credit: Freepik

पेट में ट्यूमर- पेट में ट्यूमर होने से भी दर्द, वजन घटने और भूख में कमी जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं।

पेट दर्द के इन संकेतों को कभी न करें इग्नोर

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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