संबंध बनाना न पड़ जाए भारी! जानें Unwanted Pregnancy और STD इन्फेक्शन को रोकने के तरीके

Unwanted Pregnancy and STD Prevention: आजकल महिलाओं में अनचाहे गर्भ और एसटीडी इंफेक्शन की समस्याएं बढ़ गई हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे करियर को महत्व देने के चलते प्रेगनेंसी अवॉइड करना या फिर शादी से पहले ऐसी जिम्मेदारियों से बचना। सेफ सैक्स न होने के चलते एसटीडी के मामले भी बढ़ रहे हैं।

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Unwanted Pregnancy

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Unwanted Pregnancy and STD Prevention: सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज या फिर अनवॉन्टेड प्रेगनेंसी, ऐसे शब्द आपने अक्सर सुने होंगे। ये दोनों ऐसी समस्याएं हैं जिससे अधिकतर कपल्स परेशान रहते हैं। इसमें सबसे ज्यादा खतरा महिलाओं को होता है, कई बार महिला को अनचाहे गर्भ के लिए दवाओं या सर्जरी तक करवानी पड़ जाती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि गर्भ रोकने या एसटीडी से बचने के लिए हम क्या-क्या कर सकते हैं और क्या ये तरीके सचमुच कारगर हैं?

अनचाहे गर्भ और एसटीडी से कैसे बचें

एक्सपर्ट्स के अनुसार अनचाहा गर्भ या अबॉर्शन के मामले पिछले कुछ समय से बढ़ गए हैं, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि कपल या तो अपने करियर फोकस कर रहे हैं और माता-पिता बनने के लिए तैयार नहीं हैं या फिर कपल्स शादीशुदा नहीं हैं। हालांकि, अनचाहे गर्भ के केस युवाओं में ज्यादा पाए जाते हैं। इससे बचने के लिए आपको इन बातों पर ध्यान देना होगा।

बर्थ कंट्रोल पिल्स

हर चीज का सॉल्यूशन ये गोलियां नहीं हैं। महिलाओं के बीच कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का चलन इतना बढ़ गया है कि वे जरा भी खतरा महसूस  होने पर मेडिकल स्टोर से ये गोलियां खरीदती हैं और खा लेती हैं, मगर हमेशा इनका सेवन सही नहीं है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार बर्थ कंट्रोल पिल्स सबसे सेफ ऑप्शन माना जाता है। इससे महिला को कोई हानि नहीं होगी लेकिन इसे लेने का एक तरीका है, अगर उस हिसाब से इन्हें न लिया गया तो भविष्य में प्रेगनेंसी में मुश्किलें हो सकती है। इसलिए जब भी आपको इन दवाओं को लेना हो तो पहले किसी गायनोकॉलोजिस्ट से सलाह जरूर लें।

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कंडोम

कंडोम का इस्तेमाल आपको गर्भवती होने से बचाने में और किसी भी तरह के संक्रमण को फैलने से रोकता है। कुछ मामलों में ये प्रेगनेंसी रोकने में असफल रहता है मगर इंफेक्शन से प्रोटेक्शन के लिए कंडोम को इस्तेमाल जरूरी है। गर्भवती होना या न होना कपल की मर्जी है लेकिन एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से बचने के लिए कंडोम जरूरी है ताकि महिला और पुरुष दोनों सुरक्षित रह सकें। आजकल मार्केट में फीमेल कंडोम भी मिलने लगे हैं, एक्स्ट्रा सेफ्टी के लिए महिलाएं इसका इस्तेमाल भी कर सकती हैं।

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आईयूडी (IUD)

यह एक ऐसा उपकरण है जिसे महिलाएं अपने गर्भाशय(uterus) में रखती हैं ताकि प्रेगनेंसी अवॉइड हो सके। इसके फायदे और लाभ दोनों हैं, जैसे इस गर्भनिरोधक का इस्तेमाल लंबे समय के लिए किया जाता है। यह लगभग 10 साल तक गर्भ रोक सकता है लेकिन युवा महिलाएं जिनकी उम्र 20 से 25 साल है उन्हें इसको यूज करने की सलाह नहीं दी जाती है। ये उन महिलाओं के लिए सही है जो ऐसी उम्र में हैं जहां इन फ्यूचर प्रेगनेंसी नहीं चाहिए होती है।

गर्भनिरोधक इंजेक्शन

इस इंजेक्शन का इस्तेमाल महिला हर 3 महीने में करती हैं। इस इंजेक्शन को DMPA इंजेक्शन भी कहा जाता है। ये महिलाओं की बाहों के ऊपर लगाया जाता है। इस इंजेक्शन को आजकल सबसे कारगर और प्रभावी माना गया है। इस इंजेक्शन की खासियत है कि इससे महिलाओं के हार्मोन्स में कोई बदलाव नहीं होते।

पीरियड ट्रैकिंग एप्स

आजकल इन एप्स का चलन भी बढ़ गया है, प्लेस्टोर में ऐसे कई एप्लीकेशन मौजूद हैं जिसकी मदद से आप अपना पीरियड साइकिल चेक कर सकते हैं और उस हिसाब से इंटरकोर्स की प्लानिंग कर सकते हैं और अनसेफ फिजिकल रिलेशन से बच सकते हैं।

एसटीडी इंफेक्शन से बचने के लिए आप हेपेटाइटिस बी का इंजेक्शन लगवा सकते हैं। इसके अलावा अपने अंडरगारमेंट्स और पर्सनल चीजों को किसी के साथ शेयर न करें। हाइजीन मेंटेन रखें, संबंध बनाने के बाद अपने प्राइवेट पार्ट्स को जरूर धोएं। महिलाएं स्पेशल वजाइनल ड्रिंक्स का भी सेवन कर सकती हैं।

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