सर्दी की दस्तक से बढ़े वायरल फीवर के मामले, ऐसे रखें बच्चों का ध्यान, न करें ये गलतियां
Viral Fever Safety Tips: देश के अधितकर राज्यों में ठंड दस्तक दे चुकी है। ऐसे में वायरल फीवर के मामलों में वृद्धि होना तय है। वहीं, देश के उत्तरी इलाकों में खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा समेत पंजाब में पराली के धुएं ने भी लोगों की सांसों पर पहरा लगाया हुआ है। इन दोनों का सबसे ज्यादा प्रकोप बच्चों और बुजुर्गों पर हो रहा है। एक ताजा रिपोर्ट में पाया गया है कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 14 साल से कम उम्र के बच्चों को इन दिनों पॉल्यूशन की सबसे ज्यादा मार
झेलनी पड़ रही है। बच्चों की श्वास नली पतली होती है, जिस कारण उनमें हानिकारक सूक्ष्म कण आसानी से जम जाते हैं और उन्हें इन्फेक्ट कर रहे हैं। साथ ही, इन दिनों दिल्ली में सांस की बीमारियों के मामले भी 15% तक बढ़ने की पुष्टि की गई है। चलिए आपको रिपोर्ट के माध्यम से बताते हैं कि कैसे आप अपने घर के बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं और किन कार्यों से बचना चाहिए।
क्यों बढ़ रहे हैं मामले?
प्रदूषण का स्तर अत्यधिक खतरनाक रूप ले चुका है। आज भी दिल्ली का AQI 400 से ऊपर मापा गया है, इस पॉल्यूशन में मौजूद छोटे कण ही छोटे बच्चों को प्रभावित कर रहे हैं। साथ ही, मौसम में बदलाव भी इन्फेकशन का एक कारण है।
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ऐसे रखें बच्चों का ख्याल
1. हाइड्रेशन बनाए रखें- बच्चों को अधिक से अधिक पानी पिलाएं। आप चाहें, तो इन दिनों नारियल पानी और सूप जैसी चीजें भी दे सकते हैं।
2. बैलेंस डाइट लें- ताजे फल, सब्जी और पौष्टिक आहार का सेवन करें, जिससे उनकी इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग रहे।
3. रेस्ट भी जरूरी- बच्चों को पर्याप्त आराम और नींद लेने दें, जिससे बच्चों का शरीर जल्दी रिकवर होता है।
4. हाइजीन मेंटेन करें- बच्चों के हाथों को नियमित रूप से साबुन से धुलवाएं, कोशिश करें कि वे जब भी बाहर से आएं, तो गंदे हाथों से मुंह, आंखों या नाक को न छूएं।
5. मास्क पहनाएं- बच्चे अगर स्कूल या ट्यूशन जाते हैं, तो उन्हें N95 मास्क पहनाकर भेजें। साथ में सेनिटाइजर भी दें और उसे कब, कैसे इस्तेमाल करना है यह भी सिखाएं।
क्या न करें?
- 1. फिजूल की दवाइयां देने से बचें- बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चों को कोई भी एंटीबायोटिक्स या दवा न दें।
- 2. भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें- इन दिनों बच्चों को ऐसे स्थानों पर ले जाने से बचें जहां संक्रमण का खतरा ज्यादा हो, जैसे खुले बाजार या पार्क। सेफ्टी के साथ स्कूल भेजें।
- 3. ठंड या गर्म चीजों से बचाएं- बच्चों के वातावरण को सामान्य रखें। अचानक तेज ठंडक या गर्माहट उनके शरीर के तापमान को बदल सकती है, जिससे वे तुरंत बीमार पड़ सकते हैं।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।