Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।
सावधान! जल्दी वजन घटाने की दवा से लकवा मारने का खतरा, Study में खुलासा
Weight Loss Risk: दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी बढ़ते वजन की समस्या से परेशान है। हर कोई स्लिम-ट्रिम दिखना चाहता है और इसके लिए तरह तरह के टिप्स खोजते भी रहते हैं। कुछ लोग खाना छोड़ देते हैं या फिर ऐसी डाइट मैंटेन करते हैं, जिससे वजन जल्दी कम हो सके।
ऐसे में सबसे पहले दिमाग में आता है मेडिसिन का सेवन करके वजन घटाना, लेकिन कभी-कभी दवा खाने से गंभीर साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। एक स्टडी के अनुसार, जो लोग वेट लॉस करने के लिए मेडिसिन खाते हैं, उन्हें कई तरह के साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं।
क्या कहती है स्टडी?
हाल ही में अमेरिका में हुई एक स्टडी में इस बात को बताया गया है कि तेजी से वजन घटाने में यूज होने वाली वेगोवी और ओजेम्पिक जैसी मेडिसिन के लगातार सेवन से गंभीर साइड इफैक्ट्स भी हो सकते हैं। इसमें पेट के लकवे (Stomach Paralysis) जैसी बीमारी शामिल हैं।
दरअसल, पेट के लकवा मारने पर वजन में तेजी से कमी आती है। इसके साथ ही मलन्यूट्रिशन और अन्य बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। कई बार तो इसके ट्रीटमेंट के लिए सर्जरी तक की हेल्प लेनी पड़ सकती है। हालांकि, स्टडी में यह भी साफ कर दिया गया है कि इन साइड इफैक्ट्स के होने का चांस काफी कम है।
अगर भारत की बात करें तो ये दोनों ही मेडिसिन कानूनी तौर पर मिलती नहीं हैं, लेकिन कुछ रिपोर्ट की मानें तो ग्रे मार्केट (Grey Market) के जरिए प्रीमियम पर इन मेडिसिन को अवेलेबल कराया जा रहा है। हाल ही में डेनमार्क की एक कंपनी नोवो नोरडिस्क ने डायबिटिज के लिए एक दवा को लॉन्च किया है। 'रेबेल्सस' नाम की इस मेडिसिन में ओजेम्पिक की कुछ मात्रा मिली है। डॉक्टर्स के मुताबिक, इस मेडिसिन का यूज वेट लॉस करने के लिए भी हो रहा है।
आपको बता दें, वेगोवी और ओजेम्पिक (Wegovy and Ozempic) को पहले डायबिटीज की मेडिसिन के तौर पर अप्रूव किया था, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दावा किया गया कि इनकी हेल्प से वेट लॉस कर सकते हैं। इसके बाद यूएस एफडीए (U.S. Food and Drug Administration) ने मोटापे से ग्रस्त लोगों के लिए भी इसकी लिमिट यूज करने की मंजूरी दी थी।
ये भी पढ़ें- अब नहीं झेलना होगा इंसुलिन के इंजेक्शन का दर्द, वैज्ञानिकों ने कर दिया डायबिटीज का इलाज!