whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.

तनाव कम और बढ़ने की वजह है ये हार्मोन, ऐसे खानपान से करें बचाव

Cortisol Level: कई लोग तनाव में बहुत रहते हैं, इसके पीछे के कारण शरीर में कोर्टिसोल लेवल जिम्मेदार होता है। कैसे इस हार्मोन को कंट्रोल करें और डाइट में क्या-क्या शामिल करना चाहिए। आइए इसके बारे में जान लेते हैं.. 
02:45 PM Jun 25, 2024 IST | Deepti Sharma
तनाव कम और बढ़ने की वजह है ये हार्मोन  ऐसे खानपान से करें बचाव
Image Credit: Freepik

Cortisol Level: शरीर के सभी अंगों को ठीक से काम करने के लिए हमारे हार्मोन का बैलेंस होना बहुत जरूरी है। हार्मोन शरीर का मैसेज है जो फिजिकल, मेंटल और इमोशनल हेल्थ के लिए जिम्मेदार है। हार्मोन में थोड़ा भी इंबैलेंस हो जाए, तो शरीर पर इसका असर दिखने लगता है। कोर्टिसोल भी शरीर में बढ़ने और घटने से कई सारी समस्याएं आती हैं।

कोर्टिसोल एक ऐसा हार्मोन है, जिसे स्ट्रेस हार्मोन भी बोलते हैं। यह हार्मोन हमारे स्ट्रेस को कंट्रोल करते हैं। इसके अलावा डर, मोटिवेशन और मूड को कंट्रोल करने का काम करती है। इसके अलावा यह हमारे शरीर के अलग-अलग सेल्स में मौजूद होते हैं, जो शरीर के अलग-अलग कार्य प्रणाली पर असर कर सकते हैं। अगर ये शरीर में बढ़ने लगता है, तो फिजिकल और मेंटल समस्याएं हो सकती हैं।

कोर्टिसोल हार्मोन का क्या काम होता है?

कोर्टिसोल हार्मोन न सिर्फ तनाव को महसूस करता है। ब्लड शुगर और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने, सूजन को कम करने के साथ मेमोरी पावर को मजबूती देने में भी कोर्टिसोल हार्मोन बहुत बड़ा रोल निभाता है। हमारी बॉडी में नमक और पानी के बैलेंस को बनाए रखने के साथ-साथ बीपी को कंट्रोल करने में मददगार होता है। कोर्टिसोल हार्मोन महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान भ्रूण (Embryo) के ओवरऑल ग्रोथ को भी बढ़ावा देता है।

इसके अलावा डाइट से भी कोर्टिसोल हार्मोन को मैनेज किया जा सकता है। सोडियम से लेकर पोटैशियम और जिंक वाले फूड्स जिन्हें डेली डाइट में शामिल किया जाना चाहिए। क्रोनिक तनाव से मिनरल्स की कमी हो सकती है। ये कमियाँ न्यूरोट्रांसमीटर फंक्शन और HPA (Hypothalamic Pituitary Adrenal) को बाधित कर सकती हैं, जिससे तनाव से निपटने की हमारी क्षमता कम हो जाती है। ये कुछ मिनरल्स हैं जिन्हें हमें हेल्दी डाइट के साथ तनाव को दूर करने के लिए अपने डेली डाइट में शामिल करें।

मैग्नीशियम

Hypothalamic Pituitary Adrenal पर मैग्नीशियम का असर कोर्टिसोल मैनेज करने में मदद करता है। डार्क चॉकलेट, पत्तेदार हरी सब्जियां, एवोकाडो, केले और काजू जैसे फूड्स को डेली डाइट में शामिल करें।

जिंक

जिंक न्यूरोट्रांसमीटर फंक्शन में मदद करता है, जिससे मूड को सही रखने में मदद मिलती है और दिमाग के काम में वृद्धि होती है। जिंक सीप, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज और दाल जैसे फूड्स में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

सेलेनियम

यह मिनरल शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करता है। यह थायरॉयड फंक्शन को सपोर्ट करके तनाव को मैनेज करने में भी मदद करता है। ब्राउन राइस, मशरूम, चिकन, शेल फिश, टर्की डाइट में शामिल कर सकते हैं।

सोडियम के लेवल

जब आप नमकीन भोजन खाते हैं, तो ब्रेन इसे महसूस करता है और सोडियम के लेवल को वापस नीचे लाने के लिए एक्टिव करता है।

केले

ये पोटेशियम पावर हाउस शरीर में सोडियम के लेवल को मैनेज करने में मदद करते हैं, जो हेल्दी बीपी को बनाए रखने के लिए जरूरी है।

ये भी पढ़ें- खाना खाते या सोते समय आपको भी आता है पसीना? कारण जानकर, ऐसे करें इलाज      
Tags :
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो