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World Malaria Day 2024 : हर बुखार मलेरिया नहीं होता, इन 5 तरीकों से करें पहचान

World Malaria Day 2024 : दुनिया में हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। यह मच्छरों के काटने से होता है। मलेरिया होने पर बुखार आता है, लेकिन हर बुखार मलेरिया नहीं होता।
10:28 AM Apr 25, 2024 IST | Rajesh Bharti
world malaria day 2024   हर बुखार मलेरिया नहीं होता  इन 5 तरीकों से करें पहचान
हर बुखार मलेरिया नहीं होता

World Malaria Day 2024 : जब भी किसी का बुखार 3-4 दिनों से ज्यादा होता है तो मरीज के दिमाग में एक बात जाती है कि कहीं उसे मलेरिया तो नहीं। वैसे, मलेरिया का पहला लक्षण बुखार ही है। लेकिन इस बात को जान लें कि हर बुखार मलेरिया नहीं होता। इसके कुछ लक्षणों से इसे पहचाना जा सकता है। हालांकि जब लक्षण दूसरी बीमारी से मिलते-जुलते हों तो कुछ टेस्ट के जरिए मलेरिया की पुष्टि की जा सकती है।

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ये हैं मलेरिया की पहचान के 5 मुख्य लक्षण

  • 1. बुखार 10 दिन या इससे ज्यादा भी रह सकता है।
  • 2. शरीर का तापमान 104 से 106 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जाता है।
  • 3. इसमें मरीज को ठंड लगने लगती है और इससे कंपकंपी छूट सकती है।
  • 4. सिर में दर्द भी रहता है।
  • 5. बुखार किसी दिन उतर जाता है तो किसी दिन फिर से आ जाता है यानी कह सकते हैं कि यह एक-एक दिन छोड़कर आता है।

कौन-सा टेस्ट कराएं

ऊपर बताए लक्षण किसी दूसरी बीमारी के भी हो सकते हैं। ऐसे में मलेरिया की पुष्टि के लिए टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए। इसके लिए दो तरह के मुख्य टेस्ट होते हैं:
1. Slide Examination: इस टेस्ट में मरीज के ब्लड का सैंपल लिया जाता है और उसे कांच की स्लाइड पर रखकर उसकी जांच की जाती है। इस टेस्ट में 100 से 200 रुपये का खर्च आता है।
2. Rapid Antigen: मलेरिया के लक्षण का तुरंत पता लगाने के लिए इस टेस्ट को किया जाता है। इसमें मरीज के ब्लड का सैंपल लिया जाता है। इस टेस्ट में 400 से 600 रुपये का खर्च आता है।

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ऐसे फैलता है मलेरिया

मलेरिया प्रोटोजोअल इन्फेक्शन के कारण होता है जो मच्छरों के काटने से फैलता है। इस इन्फेक्शन के लिए प्लाज्मोडियम के जीवाणु जिम्मेदार होते हैं। दरअसल, गंदे या रुके हुए पानी में प्रोटोजोआ पैदा होता है। इस पानी पर मच्छर बैठते हैं। यहां से यह जीवाणु मच्छरों की लार में यह पहुंचता है। जब मच्छर इंसान को काटते हैं तो यह जीवाणु इंसान के शरीर में पहुंच जाता है। यहां ध्यान रखें कि मलेरिया कभी भी एक शख्स से दूसरे के संपर्क में आने से नहीं फैलता। अगर घर में एक शख्स को मलेरिया हो गया और उसे काटने के बाद उस मच्छर ने दूसरे शख्स को भी काट लिया तो ऐसे में दूसरे शख्स को मलेरिया हो सकता है।

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ऐसे करें बचाव

  • घर में या घर के आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें। कूलर का पानी हर दूसरे दिन बदलें। वहीं अगर घर के आसपास गड्ढे या ऐसी जगह है जहां पानी भरा रहता है तो उसे भर दें ताकि वहां पानी इकट्ठा न हो।
  • बेहतर होगा कि खुद भी मच्छरदारी में सोएं और परिवार के दूसरे सदस्यों को भी मच्छरदानी में सुलाएं। साथ ही मच्छरों को मारने या भगाने के लिए मस्कीटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
  • अगर घर में गमले हैं और उनके नीचे ट्रे लगी है तो ट्रे में भरे पानी को भी रोजाना साफ करें।
  • जब घर से बाहर जा रहे हों (खासतौर से शाम को) तो कोशिश करें कि पूरी बाजू की कमीज और पेंट पहनकर जाएं। मार्केट में कुछ ऐसी क्रीम मौजूद हैं जो मच्छरों को पास नहीं आने देतीं, डॉक्टर की सलाह से इसे इस्तेमाल करें।

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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