आगरा में मस्जिद गिरी, 500 साल पुराने तीनों गुंबद धराशाई, बारिश से मिट्टी में मिली 'विरासत'
Agra Mosque Collapse: उत्तर प्रदेश की ताज नगरी पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है। बीते हफ्ते ताजमहल के गुंबद से पानी टपकने का वीडियो सामने आया था। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि आगरा से एक और खबर सामने आ रही है। आगरा में मौजूद 500 साल पुरानी मस्जिद अचानक से ढह गई है। सिकंदर लोदी के समय में बनी इस मस्जिद के तीनों गुंबद गिर गए हैं।
आफत बनी बरसात
आगरा में पिछले 3 दिन से लगातार मूसलाधार बारिश देखने को मिल रही है। आलम यह है कि विश्व धरोहर की फेहरिस्त में शुमार ताजमहल तक से पानी टपकने लगा है। ताजमहल के आसपास जलभराव के कई वीडियोज और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इससे आगरा की बारिश का अंदाजा लगाया जा सकता है। खबरों की मानें तो मस्जिद गिरने की वजह भी तेज बरसात को बताया जा रहा है।
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तीसरे गुंबद को सहेजा गया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 500 साल पहले सिकंदर लोदी ने आगरा में तीन गुंबद वाली खूबसूरत मस्जिद बनवाई थी। पिछली 5 सदियों से इस मस्जिद का नाम आगरा की ऐतिहासिक इमारतों में शुमार था। हालांकि मानसून की बारिश मस्जिद के लिए कहर बनकर टूटी और एक-एक करके मस्जिद के तीनों गुंबद धराशाई हो गए। रविवार की रात मस्जिद के 2 गुबंद भरभरा कर नीचे गिर गए। वहीं तीसरा गुबंद भी ना गिर जाए, इस डर से उसे उतार कर सुरक्षित रख दिया गया है।
आगरा की विरासत का हिस्सा
टूरिस्ट गाइड फेडरेशन के मुख्य सचिव शकील चौहान का कहना है कि लोदी मस्जिद आगरा की विरासत का अहम हिस्सा थी। हम केंद्र सरकार से आग्रह करेंगे कि मस्जिद की जगह को सरंक्षित करके ढांचे का पुनर्निर्माण करवाया जाए। यह मस्जिद ककैया ईंटों और चूने से बनी थी। 8 फीट ऊंची नींव पर मस्जिद के ढांचे का निर्माण किया गया था।
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