whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

केंद्र ने 22 जनवरी को हॉफ डे का किया ऐलान तो भड़के ओवैसी, BJP पर किया कटाक्ष

Ram Mandir Inauguration: असदुद्दीन ओवैसी केंद्र सरकार के एक आदेश पर भड़क गए हैं। इस आदेश के तहत सरकारी दफ्तरों और संस्थानों में 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी होगी।
07:38 PM Jan 18, 2024 IST | Achyut Kumar
केंद्र ने 22 जनवरी को हॉफ डे का किया ऐलान तो भड़के ओवैसी  bjp पर किया कटाक्ष
Ram Mandir Inauguration पर अब क्या बोले Asaduddin Owaisi ?

Asaduddin Owaisi on Ram Mandir Inauguration: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी गुरुवार को केंद्र सरकार के एक फरमान पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्य सरकारों ने ईद मिलाद उन नबी की छुट्टी रद्द कर दी। संवैधानिक प्राधिकारी ने शुक्रवार को नमाज के लिए 30 मिनट का ब्रेक खत्म कर दिया। ओवैसी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यही सबका विकास है।

Advertisement

22 जनवरी को ढाई बजे तक बंद रहेंगे सरकारी दफ्तर

Advertisement

बता दें कि केंद्र सरकार ने आज 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन समारोह को देखते हुए सरकारी दफ्तरों, संस्थानों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को आधे दिन यानी दोपहर ढाई बजे तक बंद रखने का निर्देश दिया। केंद्र ने कहा कि केंद्रीय कर्मचारियों ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव देखने को अनुरोध किया था, जिस पर यह निर्णय लिया गया।

Advertisement

ओवैसी ने दिया भड़काऊ भाषण

इससे पहले, ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुसलमानों से मस्जिदों की रक्षा करने और उन्हें आबाद करने का आग्रह किया था। वे कहते है- तुम अपनी ग़फ़लत की वजह से एक मस्जिद खो चुके हो। इक्तेदार की कुर्सी पर बैठे ज़ालिम लोग हमारी मस्जिदों को ललची हुई नजरों से देख रहे हैं। मस्जिदों को आबाद रखो और मस्जिदों की हिफ़ाज़त करो।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य अतिथि होंगे प्रधानमंत्री

बता दें कि 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे। इस समारोह में देश के 7000 से अधिक साधु-संत शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल है।

यह भी पढ़ें:

ऋषियों की सेवा करने के बाद भी शबरी को क्यों मिला श्राप? जानें वजह

कौन थीं माता अनुसुइया, जिन्होंने सीता जी को दिए कभी ना गंदे होने वाले वस्त्र

यहां पत्नी के साथ मौजूद हैं ‘लक्ष्मण’, 300 साल पुराना है यह मंदिर

Open in App
Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो