whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

अनाथ आश्रम में रहे, डिलीवरी बॉय बने; बिना UPSC एग्जाम दिए कैसे IAS अधिकारी बने अब्दुल?

Success Story : अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं तो सफलता जरूर मिलती है। आज एक ऐसे शख्स के बारे में बात करेंगे, जिनका बचपन गरीबी में बीता, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज आईएएस अधिकारी बन गए।
07:35 PM Oct 13, 2024 IST | Deepak Pandey
अनाथ आश्रम में रहे  डिलीवरी बॉय बने  बिना upsc एग्जाम दिए कैसे ias अधिकारी बने अब्दुल
बिना UPSC एग्जाम दिए कैसे IAS अधिकारी बने अब्दुल?

Success Story : अगर आपसे पूछा जाए कि आईएएस और आईपीएस अधिकारी कैसे बनते हैं तो आप जवाब देंगे कि यूपीएसी एग्जाम क्लीयर करके। आज हम आपको ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे, जो बिना यूपीएससी परीक्षा दिए आईएएस अधिकारी बन गए। बचपन में ही सिर से पिता का साया उठ गया था। अनाथ आश्रम में रहे, डिलीवरी बॉय का काम किया। आइए जानते हैं कि कौन हैं वो आईएएस अधिकारी?

Advertisement

इस आईएएस अधिकारी का नाम बी अब्दुल नासर है। केरल के कन्नूर जिले में स्थित थलासेरी इलाके से अब्दुल नासर की कहानी शुरू होती है। जब उनकी उम्र महज 5 साल थी, तब उनके पिता का निधन हो गया था, जिससे उन्हें और उनके भाई-बहन को अनाथ आश्रम में रहना पड़ा। मां ने घरेलू नौकरानी के तौर पर काम शुरू कर दिया। नासर 13 साल तक केरल के अलग-अलग अनाथालयों में रहे और वहीं से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की।

यह भी पढ़ें : कौन हैं IAS Kanishka Kataria? जिन्होंने पिता के इस्तीफे पर किया साइन; 1 करोड़ की नौकरी छोड़ बने थे अफसर

Advertisement

अखबार बांटने का भी किया काम

Advertisement

देखते-देखते ही दिन बीत गए और अब्दुल नासर 10 साल के हो गए। अब्दुल नासर ने परिवार की आर्थिक तंगी को देखते हुए काम शुरू कर दिया। उन्होंने सफाईकर्मी और कई होटलों में सप्लायर का काम किया। हालांकि, वह कई बार अनाथालय से भाग जाते थे, लेकिन पढ़ाई पूरी करने के लिए बाद में वापस लौट आ जाते थे। इस घोर गरीबी को पार करते हुए उसने 12वीं कक्षा पास की और फिर थालास्सेरी के सरकारी कॉलेज से ग्रेजुएशन किए। उन्होंने ट्यूशन टीचर, फोन ऑपरेटर और अखबार बांटने जैसी पार्ट-टाइम नौकरियां भी कीं।

1994 में मिली पहली सरकारी नौकरी

बी अब्दुल नासर ने साल 1994 में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और फिर प्रतियोगी परीक्षा क्लीयर की। उन्हें केरल के स्वास्थ्य विभाग में सरकारी नौकरी मिल गई। इसके बाद वे यहीं नहीं रुके और आगे 2006 में राज्य सिविल सेवा परीक्षा पास करके डिप्टी कलेक्टर बन गए।

यह भी पढ़ें : उम्र 21 साल, रामनगरी से नाता, कौन हैं विदुषी सिंह? जो UPSC में 13वीं रैंक हासिल कर भी नहीं बनीं IAS

ऐसे बने आईएएस अधिकारी

अब्दुल नासर लगातार अपनी मेहनत और कार्यों से आगे बढ़ते रहे। उन्हें केरल के टॉप डिप्टी कलेक्टर के रूप में साल 2015 में मान्यता मिली और फिर दो साल बाद 2017 में उनका प्रमोशन आईएएस अधिकारी के पद पर हो गया। केरल सरकार में उनकी पहली पोस्टिंग आवास आयुक्त के रूप में हुई और वे 2019 में कोल्लम के जिला कलेक्टर बन गए। इस तरह अब्दुल नासर बिना यूपीएससी एग्जाम दिए आईएएस अधिकारी बने।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो