Bihar Political Crisis: तेजस्वी बोले- नड्डा ने बिहार में आकर लोकतंत्र को दी चुनौती
नई दिल्ली: जेडीयू-आरजेडी गठबंधन के साथ नीतीश कुमार बिहार के आठवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपने के बाद कहा कि सात पार्टी एक साथ हैं। विधानसभा में 164 विधायक और एक निर्दलीय हमारे साथ हैं। हमलोग एक साथ मिलकर बिहार के लोगों की सेवा करेंगे। नीतीश ने कहा कि सभी साथी विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को दे दिया है।
सभी की राय से लिया फैसला
नीतीश कुमार ने कहा, पार्टी के सभी लोगों की राय थी कि हमलोग एनडीए से निकले। नीतीश ने कहा कि पहले हम तीन पार्टी एक साथ थे लेकिन अब हम सात पार्टियों के साथ हैं। हम समाज में विवाद पैदा करने की कोशिश करने वालों के साथ कभी नहीं रहना चाहते हैं। नीतीश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमारी सीटों की संख्या कम होने के बावजूद मैं सीएम बनने के लिए तैयार नहीं था लेकिन उन्होंने मुझे इसके लिए तैयार किया। बाद का जो अनुभव रहा, वो ठीक नहीं रहा।
भाजपा खत्म करने में जुट जाती है
तेजस्वी यादव ने कहा कि विधानसभा में भाजपा एक ओर अकेली रहेगी और बाकी अन्य सात पार्टियां हमारे साथ हैं। भाजपा जिसके साथ रहती है, उसे खत्म करने में जुट जाती है। बिहार में जो कुछ हो रहा था, वो सबको पता था। पूरे देश में जो माहौल बन रहा है, जिस प्रकार से सामाजिक न्याय पर हमला हो रहा है। तेजस्वी ने कहा कि आज के ही दिन भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था, बिहार की जनता की ओर से पूरे देश के विपक्ष को संदेश दिया गया है कि भाजपा को हर जगह से हटाया जा सकता है।
एजेंडा बिहार में नहीं चलने देना है
तेजस्वी ने कहा कि जेपी नड्डा ने लोकतंत्र की जननी बिहार में आकर कहते हैं कि क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करेंगे। क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करना यानी की लोकतंत्र को खत्म करना है। पूरे देश में जो हो रहा है सभी को पता है, झारखंड, महाराष्ट्र में जो हुआ वो सभी को पता है। मुख्यमंत्री ने बिहार के हित में, संविधान बचाने के लिए जो निर्णय लिया हम उस निर्णय के साथ हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं, लालू यादव को धन्यवाद देते हैं, लालू जी से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने आगे बढ़ने का सुझाव दिया। भाजपा का एजेंडा बिहार में नहीं चलने देना है।