हरियाणा में जीत के साथ BJP ने किया ये काम, जानें कैसे पिछले 10 सालों में बदली पार्टी की सियासत
Haryana Election Result: हरियाणा चुनाव से बीजेपी ने उन कयासों और रुझानों को झटक दिया है, जिनमें कहा जा रहा था कि पार्टी का ग्राफ अब ढलान पर है। हरियाणा में बीजेपी ने 2014 के चुनाव में 10 लोकसभा सीटें जीती थीं, और विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल किया था। 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी को बहुमत नहीं मिला, लेकिन 2024 में पार्टी की सीटें लोकसभा चुनाव में आधी हो गईं। बावजूद इसके बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में जबरदस्त वापसी की है। बीजेपी राज्य में सबसे बड़े बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है।
हिंदी पट्टी के सात राज्यों में बीजेपी की सरकार है। इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार में जेडीयू के साथ, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में पार्टी की सरकार है। लेकिन पिछले 10 सालों में पार्टी को इन राज्यों में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में उठापटक का सामना करना पड़ा है।
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यूपी, बिहार और उत्तराखंड
यूपी में बीजेपी ने 2017 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 312 सीटें जीती थीं, लेकिन 2022 के चुनाव में पार्टी की सीटें घटकर 255 रह गईं। समाजवादी पार्टी को 111 सीटें मिलीं। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से पार्टी ने 2014 में 71 सीटें जीतीं। 2019 में ये सीटें 62 हो गईं। 2024 में बीजेपी को यूपी में 33 सीटें मिलीं और बीजेपी की कुल लोकसभा सीटों की संख्या 240 पर आ गई।
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 53 सीटें जीती थीं। जेडीयू ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके 243 सदस्यीय सदन में सरकार बनाई। हालांकि 2017 में जेडीयू दोबारा बीजेपी के साथ चली गई। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा और सत्ता बरकरार रखी। बीजेपी ने 74 और जेडीयू ने 43 सीटें जीतीं। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी की सीटें फिर कम हुईं और पार्टी 12 सीटों पर अटक गई। हालांकि 2014 में पार्टी को 22 सीटें मिली थीं। 2019 में बीजेपी को 17 सीटों पर जीत मिली।
उत्तराखंड में बीजेपी ने तीन चुनावों में पांचों लोकसभा सीटों पर कब्जा किया है। लेकिन, विधानसभा चुनाव में पार्टी की सीटें 2017 में कुल 70 सीटों में से 56 से गिरकर 2022 में 47 रह गईं। इस बीच राज्य में बीजेपी ने दो बार अपने सीएम बदले हैं।
हिमाचल, झारखंड और दिल्ली
हिमाचल प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने चार में से तीन सीटें जीती थीं और 2019 और 2024 में सभी चार सीटें जीतीं। हालांकि विधानसभा चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन गिरा है। 2017 में बीजेपी को 68 सदस्यीय विधानसभा में 44 सीटें मिलीं। लेकिन 2022 में बीजेपी ने सिर्फ 25 सीटें जीतीं और उसे हार का सामना करना पड़ा।
झारखंड में आगामी दिनों में विधानसभा के चुनाव होंगे। भाजपा ने 2014 और 2019 में 14 लोकसभा सीटों में से 12 पर जीत हासिल की थी, जो 2024 में घटकर 9 पर आ गईं। 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को राज्य में 37 सीटें मिली थीं, लेकिन 2019 में पार्टी 25 सीटों पर सिमट गई।
भाजपा लंबे समय से दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाई है। पार्टी 1998 से राजधानी की सत्ता से दूर है। बीजेपी ने 2014 के बाद से लगातार तीन चुनावों में दिल्ली की सभी सात सीटें जीती हैं। लेकिन विधानसभा चुनावों में पार्टी को 2015 में तीन विधानसभा सीटें और 2020 में आठ सीटें मिलीं।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़
राजस्थान में बीजेपी 2018 में कांग्रेस से हारी और 2023 के विधानसभा चुनाव में 200 में से 115 सीटें जीतकर सत्ता में वापस लौटी। 2014 में बीजेपी ने राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत की पताका फहराई थी, लेकिन 2019 में 24 सीटों पर आ गई। 2024 में तो राजस्थान में पार्टी के सांसदों की संख्या 14 पर आ गई।
मध्य प्रदेश में भी बीजेपी 2018 के विधानसभा चुनावों में हारी, लेकिन दो साल बाद 2020 के चुनावों में पार्टी ने दल बदल करके अपनी सरकार बना ली। 2023 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 230 सीटों वाली विधानसभा में अपने विधायकों की संख्या 109 से 163 कर ली।
छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी ने 2014 में राज्य की सत्ता पर कब्जा कर लिया था, लेकिन 2018 में वह राज्य विधानसभा की सिर्फ 15 सीटें जीत पाई और सत्ता से बाहर हो गई। कांग्रेस को 68 सीटें मिलीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को छत्तीसगढ़ में 9 सीटें मिलीं और वह 2023 के विधानसभा चुनाव में 54 सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता में लौटी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के सांसदों की संख्या 10 हो गई।