नहीं ठीक हो रहा था टूटा सिंकहोल, एक टूटी कुर्सी ने अधिकारियों की उड़ाई नींद
Bengaluru News : कई बार लापरवाह कर्मचारी और अधिकारी आसानी से लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं। परेशान होकर जब लोग अधिकारियों को शर्मसार करते हैं तो अधिकारियों और कर्मचारियों की नींद टूटती है और आनन फानन में रुका हुआ काम रातोंरात पूरा कर दिया जाता है। इसका जाता जागता उदाहरण बेंगलुरु से सामने आया है. जहां एक टूटी कुर्सी का कमाल देखने को मिला।
कोरमंगला के 7वें क्रॉस रोड पर एक पुरानी टूटी हुई कुर्सी चर्चा का विषय बन गई। 20 दिन पहले एक अस्पताल के सामने एक छोटे से सिंकहोल पर रखी गई इस टूटी हुई कुर्सी ने बीबीएमपी अधिकारियों को हरकत में आने और समस्या को ठीक करने के लिए मजबूर कर दिया।
दरअसल अस्पताल के सामने एक सिंकहोल टूटा हुआ था, बार-बार शिकायत करने के बाद भी अधिकारी इस समस्या को संज्ञान में नहीं लेते थे। गड्ढा दूर से दिखाई भी नहीं देता था तो वहां के निवासियों और दुकानदारों ने एक टूटी हुई कुर्सी को सिंकहोल के पास रख दिया, किसी ने इसका वीडियो बनाया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
बताया गया कि सिंकहोल 20 दिनों से था और ठीक नहीं किया जा रहा था लेकिन कुर्सी 2-3 दिन पहले रखी गई थी। इसके बाद तुरंत सड़क ठीक करा दी गई। दक्षिण बेंगलुरु क्षेत्र के बीबीएमपी के कार्यकारी अभियंता के अनुसार, सिंकहोल, जिसका व्यास 4 फीट था, बीडब्ल्यूएसएसबी मैनहोल पर हुआ था। उन्होंने कहा, "सिंकहोल पर कुर्सी रखे जाने का एक वीडियो क्लिप हमारे साथ साझा किया गया था और बीडब्ल्यूएसएसबी मेनहोल होने के बावजूद हमने तुरंत इसे ठीक कर दिया।"
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गड्ढे के पास ही काम करने वाले एक शख्स ने बताया कि किसी व्यक्ति ने वहां कुर्सी रखी होगी। एक सुबह, मैंने कुर्सी रखी हुई देखी, और अगले दिन गड्ढा बंद कर दिया गया। लेकिन यह सिर्फ एक अस्थायी समाधान जैसा लगता है। काम को ठीक किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे दुर्घटना हो सकती है।