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नेताजी चुनाव लड़ने से पहले नहीं भर पाए ट्रैफिक चालान, दावा- हम नहीं कर रहे थे ड्राइविंग

तेलंगाना में लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में से कई प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्होनें अभी तक अपना ट्रैफिक चालान जमा नहीं कराया है। नियमों के अनुसार चुनावी हलफनामे पेश करने से पहले सभी उम्मीदवारों को नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी जमा कराना होता है।
04:09 PM May 04, 2024 IST | Rakesh Choudhary
नेताजी चुनाव लड़ने से पहले नहीं भर पाए ट्रैफिक चालान  दावा  हम नहीं कर रहे थे ड्राइविंग
तेलंगाना में लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के ट्रैफिक चालान बाकी

Telangana Lok Sabha Election 2024: तेलंगाना में लोकसभा चुनाव 2024 लड़ रहे उम्मीदवारों के खिलाफ यातायात नियमों के उल्लंघन को लेकर कई चालान लंबित हैं। इसमें बीआरएस, कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार शामिल हैं। इसमें खतरनाक ड्राइविंग, गलत जगह पर पार्किंग, सिग्नल तोड़ना और अनुचित नंबर प्लेट से जुड़े मामले शामिल हैं। नियमों के अनुसार चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को नामांकन भरने से पहले सभी बकाया राशि को चुकाना जरूरी होता है।

कई उम्मीदवारों का दावा है कि उनमें से कई को अभी भी बकाया चुकाना बाकी है। उनका दावा है कि जब उल्लंघन हुआ तब वे गाड़ी नहीं चला रहे थे। हालांकि इनमें से कुछ उम्मीदवारों ने तेलंगाना पुलिस ने हाल ही में दिए गए डिस्काउंट ऑफर के दौरान चालान का भुगतान कर दिया था। लेकिन उनमें से कुछ इस अवसर का यूज नहीं कर पाए। वहीं कुछ उम्मीदवार तो ऐसे हैं जो बकाया चुकाने के बाद फिर से नियमों का उल्लंघन किया है।

इन उम्मीदवारों के चालान लंबित

पेडपल्ली लोकसभा क्षेत्र से बीआरएस के उम्मीदवार कोप्पुला ईश्वर पर 2019 के बाद से सबसे अधिक 6210 रुपये के चालान लंबित हैं। मेडक लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवार नीलम मधु को ओवस्पीड के लिए महीनों से लंबित 3305 रुपए का जुर्माना भरना है। वहीं जहीराबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश कुमार शेटकर पर दिसंबर 2023 से ओवरस्पीड से गाड़ी चलाने का 3105 रुपए का चालान लंबित है। इन सबके अलावा भाजपा के भी कई उम्मीदवार है जिनके चालान लंबित है।

बता दें कि तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों पर 13 मई को चौथे चरण में मतदान होगा। 6 महीने पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पिछले 10 सालों से प्रदेश की सत्ता में काबिज बीआरएस को हराकर पहली बार जीत हासिल की थी। ऐसे में यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है।

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