उत्तर प्रदेश के दलित वोटरों को साधने के लिए कांग्रेस का मास्टर प्लान, बिना मायावती दौड़ेगा गठबंधन का रथ
देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने वोटरों को साधने का गणित फिट कर लिया है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 80 संसदीय सीटें हैं और यहीं से ही केंद्र का रास्ता भी जाता है। ऐसे में सबकी नजरें उत्तर प्रदेश पर हैं। इस वक्त यूपी में योगी की सरकार है और बीजेपी काफी मजबूत स्थिति में है, लेकिन लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में वोटरों का मत अलग-अलग रहता है। अगर केंद्र की सत्ता तक पहुंचना है तो कांग्रेस को यूपी में अपनी पैठ मजबूत करनी पड़ेगी। आइये जानते हैं कि कांग्रेस ने यूपी के दलित वोटरों को साधने के लिए क्या मास्टर प्लान तैयार किया है?
केंद्र की सत्ता से एनडीए को हटाने के लिए सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं। विपक्षी दलों ने एक संयुक्त गठबंधन भी बनाया है, जिसका इंडिया है। इस गठबंधन में उत्तर प्रदेश विधानसभा की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा भी शामिल है, लेकिन बसपा मेंबर नहीं है। यूपी में दलित वोटरों का सबसे ज्यादा झुकाव मायावती की पार्टी बसपा में ही रहता है। अगर बिना मायावती के उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन को अपना रथ दौड़ाना है तो उसके लिए कोई बड़ा दलित चेहरा उतारा पड़ेगा।
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यूपी में दलितों का 17 लोकसभा सीटों पर दबदबा
उत्तर प्रदेश में 21 से 22 प्रतिशत दलित वोटर हैं और उनके लिए लोकसभा की 17 सीटें आरक्षित हैं। साल 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी 17 आरक्षित सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 के चुनाव में उनकी झोली में सिर्फ 15 सीटें आईं और दो पर बसपा ने कब्जा कर लिया। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दलित चेहरा के रूप में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को उत्तर प्रदेश से उतार सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मल्लिकार्जुन खड़गे यूपी के दलितों को लुभाने के लिए किसी सीट से चुनाव भी लड़ सकते हैं। अगर ऐसे होता है तो इंडिया गठबंधन को इसका काफी फायदा मिलेगा।
यूपी कांग्रेसियों ने हाईकमान से मुलाकात कर रखीं ये मांगे
कांग्रेस ने यूपी में अपनी पैठ जमाने के लिए बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है। पिछले दिनों यूपी कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में हाईकमान से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने यूपी जोड़ो यात्रा की रूपरेखा के बारे में बात की। इस पर हाईकमान ने निर्देश दिया कि इस यात्रा में नए-पुराने चेहरों को जोड़ा जाए। नेताओं की मांग है कि उत्तर प्रदेश से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के दिग्गज नेता लोकसभा चुनाव लड़े। उन्होंने यूपी में ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटों की मांग की है। साथ ही यूपी कांग्रेसियों ने उत्तर प्रदेश से मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव लड़ने की भी डिमांड की है।
जानें उत्तर प्रदेश में क्या बन रहा समीकरण
आपको बता दें कि एक दिन पहले बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बयान जारी कर सबको चौंका दिया था। उन्होंने कहा कि भविष्य में देश और जनहित में कब किसे किसकी जरूरत पड़ जाए, ये कहा नहीं जा सकता है। उनके इस बयान से राजनीतिक हचलच बढ़ गई। बताया जा रहा है कि एक तरफ कांग्रेस बसपा को भी गठबंधन में शामिल करना चाहती है तो दूसरी तरफ सपा का कहना है कि पहले बसपा बीजेपी से दूरी बनाए। अगर उत्तर प्रदेश में देखें तो मायावती दलित समुदाय की सबसे बड़ी नेता हैं। उनके बिना दलितों का साधना काफी मुश्किल हो सकता है।