कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के क्या हैं मायने? 100% स्ट्राइक रेट के साथ सियासी पिच पर मारी बाजी
Congress Victory on All 3 Seats in Karnataka: आमतौर पर अगर किसी राज्य में नई सरकार बनने के बाद उपचुनाव करवाए जाएं, तो सत्ताधारी पार्टी की जीत की संभावना अक्सर बढ़ जाती है। मगर राज्य में सरकार बने कई महीने हो चुके हों, तो उपचुनाव में लहर उल्टी बहने लगती है। मगर कर्नाटक के चुनावी नतीजों ने राजनीति के इस फॉर्मूले को पूरी तरह से फेल कर दिया है। कर्नाटक उपचुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने सभी तीन सीटों पर जीत हासिल करके सभी को हैरान कर दिया है।
कांग्रेस ने किया कमाल
कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बने डेढ़ साल से ज्यादा हो गए हैं। इन डेढ़ सालों में कांग्रेस कई बार अंदरुनी टसल के साथ-साथ बीजेपी का भी वार सह चुकी है। खासकर उपचुनाव के दौरान बीजेपी ने कांग्रेस को कर्नाटक में जमकर घेरा था। इसके बावजूद पार्टी ने तीनों सीटों पर जीत हासिल करके इतिहास रच दिया।
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र में शिंदे की शर्तें नहीं मानने पर BJP के पास क्या विकल्प? यहां समझें पूरा प्लान
2023 के चुनाव में किसकी हुई थी जीत?
कांग्रेस ने कर्नाटक की चन्नपटना, शिगगांव और संदूर विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास इनमें से 1 ही सीट आई थी। शिगगांव में बीजेपी और चन्नपटना में एनडीए की सहयोगी जेडीएस ने जीत हासिल की थी। वहीं संदूर की सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। मगर डेढ़ साल के अंदर कांग्रेस ने पूरी बाजी पलटते हुए क्लीन स्वीप कर दिया।
कांग्रेस ने कैसे पलटी बाजी
अब सवाल यह है कि कांग्रेस ने यह उपलब्धि कैसे हासिल की? दरअसल 2023 के चुनाव में बीजेपी कांग्रेस के तीन बड़े वोट बैंक पिछड़ा, दलित और मुस्लिम को तोड़ने में कामयाब रही, जिसके कारण 2 सीटें एनडीए के पास चली गईं। खासकर चिन्नपटना सीट पर वोक्कालिंगा समुदाय की अच्छी पकड़ है और कांग्रेस के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार भी इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में चिन्नपटना जीतना कांग्रेस के लिए काफी आसान था। 2023 के विधानसभा चुनाव में जेडीएस नेता एचडी कुमारास्वामी ने यहां से जीत हासिल की थी। मगर इस बार कुमारास्वामी केंद्रीय मंत्री बन चुके हैं। यही एक बड़ी वजह है कि एनडीए को इस सीट पर शिकस्त मिली है।
यह भी पढ़ें- Eknath Shinde महाराष्ट्र BJP के लिए क्यों जरूरी? कम सीटें पाकर भी बनेंगे गेमचेंजर!