क्या होता है Dark Tourism, केरल पुलिस ने क्यों जारी की चेतावनी? जानिए सब कुछ
What Is Dark Tourism : केरल के वायनाड में हुई बुधवार को हुईं भूस्खलन की भयावह घटनाओं ने कम से कम 280 लोगों की जान ले ली थी। इस घटना को लेकर केरल के अधिकारियों ने लोगों ने घटना स्थल पर जाने से बचने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही लोगों को डार्क टूरिज्म को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है। केरल पुलिस का कहना है कि इससे रेस्क्यू प्रयासों पर गंभीर असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि ये डार्क टूरिज्म आखिर होता क्या है और किसलिए केरल पुलिस ने इसे लेकर एक वॉर्निंग जारी की है।
डार्क टूरिज्म ने पिछले कुछ साल में बड़े स्तर पर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। खास तौर पर शर्नोबिल और द डार्क टूरिस्ट जैसे टीवी शोज ने इसे ग्लोबल स्पॉटलाइट में लाने का काम किया है। डार्क टूरिज्म से मतलब ऐसी जगहों की यात्रा करने से है जो मौत, पीड़ा और हिंसा या फिर किसी असामान्य घटना आदि से जुड़ी हुई हैं। इस तरह के डेस्टिनेशंस में कब्रिस्तान, मकबरे, मुर्दाघर, आपदा वाले इलाके, युद्ध के मैदान, मेमोरियल्स, जेल, ऐसी जगहें जहां लोगों को मौत के घाट उतारा गया और क्राइम सीन्स आते हैं।
कैसी जगहें होती हैं डार्क टूरिज्म डेस्टिनेशन?
यूक्रेन में शर्नोबिल एक्सक्लूजन जोन, कंबोडिया के किलिंग फील्ड्स, पोलैंड में ऑश्वित्ज कैंप और अमेरिका के 9/11 मेमोरियल को डार्क टूरिज्म के डेस्टिनेशंस में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा हॉन्टेड हाउस, ऐसी जगहें जहां पैरानॉर्मल एक्टिविटीज होती है या फिर कोई कुख्यात ऐतिहासिक स्थल भी इसमें आते हैं। एक्सपर्ट्स डार्क टूरिज्म को संकट, आपदा, अत्याचार और दर्द से भरी जगहों पर लोगों के जाने के रूप में परिभाषित करते आए हैं। डार्क टूरिज्म में ऐसी जगहें ही शामिल की जाती हैं जिनका इतिहास दुखद है।
क्यों लोकप्रिय होता जा रहा है डार्क टूरिज्म?
कई लोगों के लिए डार्क टूरिज्म को लेकर इंटरेस्ट दुर्घटना के उस स्थान के साथ इमोशनल कनेक्शन से जुड़ा होता है। यात्री इतिहास का अनुभव करने के लिए इस तरह की जगहों की यात्रा करते हैं। बता दें कि ऐसी जगहों पर जाकर लोग एक तरह से खुद को इतिहास से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं और वहां पर जिन लोगों पर अत्याचार हुए उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। डार्क टूरिज्म से लोगों को ऐतिहासिक घटनाओं के महत्व को समझने में भी मदद मिलती है। लेकिन ये मानसिक रूप से नकारात्मक असर भी डाल सकते हैं।
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