उत्तराखंड के गंगोत्री में भीषण हादसा, तीर्थ यात्रियों से भरी बस खाई में गिरी, 3 की मौत
Gangotri Bus Accident Uttarakhand: (अमित रतूड़ी) उत्तराखंड के गंगोत्री में बड़े हादसे की खबर सामने आई है। गंगोत्री से दर्शन करके लौट रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस अचानक खाई में जा गिरी। बस में 29 यात्री मौजूद थे, जिनमें से 3 महिलाओं की मौत हो गई है। 26 लोग घायल हैं। हादसे के बाद सभी को उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। मगर 17 लोगों की हालत नाजुक होने के कारण डॉक्टर्स ने उन्हें एम्स ऋषिकेश में भेज दिया है।
पेड़ पर अटकी बस
खबरों की मानें तो मंगलवार की सुबह बस 29 यात्रियों को लेकर गंगोत्री गई थी। वहीं शाम करीब 4 बजे बस गंंगोत्री से उत्तरकाशी के लिए वापस लौटी थी। मगर रात को नौ बजे गंगनानी से लगभग 50 मीटर की दूरी पर बस अचानक से अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बस 50 फुट गहरी खाई में जाकर एक पेड़ पर अटक गई। जिससे कई यात्रियों की जान बच गई। हालांकि उसी खाई में नीचे भागीरथी नदी बह रही थी। ऐसे में अगर बस नदी में गिरती तो सभी की जान जा सकती थी।
सीएम धामी ने किया ट्वीट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बस दुर्घटना पर जानकारी साझा की थी। एक्स प्लेटफॉर्म पर ट्वीट शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास बस दुर्घटना का पता चला है। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है। जिला प्रशासन को तेजी के साथ राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं। बाबा केदार से सभी के सकुशल होने की कामना करता हूं।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास बस दुर्घटना का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ। घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
जिला प्रशासन को तेजी के साथ राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिला अस्पताल समेत हायर सेंटर को…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 11, 2024
पहले भी हो चुका है हादसा
बता दें कि बस करीब 9 बजे बैरियर के टकराते हुए खाई में जा गिरी थी। बस के बैलेंस खोने के पीछे का कारण ब्रेक फेल होना सामने आ रहा है। हालांकि मामले की जांच जारी है। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के अनुसार इस जगह पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि हादसे में घायल सभी तीर्थ यात्रियों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भेजा गया है। इससे पहले 2010 में यहां कांवड़ यात्रियों से भरा ट्रक भी दुर्घटना का शिकार हुआ था। इस हादसे में 27 कांवड़ियों की मौत हो गई थी। वहीं 2023 में भी एक बस इसी जगह पर खाई में गिरी थी और 7 लोगों की जान चली गई थी।