भाजपा, लोकसभा और जन रसोई, जिसमें एक रुपये में खाएं भरपेट खाना; देखें Gautam Gambhir का पॉलिटिकल करियर
Gautam Gambhir Political Career: पूर्वी दिल्ली से भाजपा के लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से राजनीतिक जिम्मेदारियों से रिलीव करने की अपील की और कहा कि वे लोकसभा चुनाव 2024 नहीं लड़ना चाहते।
बता दें कि गौतम गंभीर ने 3 दिसंबर 2018 में क्रिकेट से संन्यास लिया था। इसके बाद उन्होंने राजनीति का रुख किया और 22 मार्च 2019 को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने पूर्व दिल्ली से लोकसभा चुनाव 2019 लड़ा और जीत गए।
किसको हराया था गौतम गंभीर ने?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गौतम गंभीर ने आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को हराया था। 2019 के चुनाव में उन्हें 6 लाख 96 हजार 158 वोट मिले थे। AAP की आतिशी मार्लेना को 2 लाख 19 हजार 328 वोट मिले थे और कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 3 लाख 4 हजार 934 वोट मिले थे।
गौतम गंभीर के जन और समाज सेवा अभियान
गौतम गंभीर क्रिकेट और राजनीति के अलावा समाजसेवा की दुनिया से भी जुड़े हैं। वे दिल्ली में जन रसोई चलाते हैं, जिसमें वे लोग, छात्र, मजदूर और मरीज एक रुपये में भरपेट खाना खा सकते हैं, जिनके पास भोजन खरीदने के लिए पैसा नहीं है। वे अब तक 5 जन रसोई खोल चुके हैं।
गौतम गंभीर सुकमा में हुए नकसली हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च वहन करते हैं। उनकी एक NGO भी है, जिसका नाम गौतम गंभीर फाउंडेशन है। अपनी इस NGO के जरिये वे गरीब और अनाथ बच्चों की आर्थिक मदद करके उनका भविष्य संवारने का काम करते हैं।
गौतम गंभीर क्यों छोड़ना चाहते राजनीति?
गौतम गंभीर ने अपने X हैंडल पर ट्वीट लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का राजनीति में हाथ आजमाने का मौका देने के लिए आभार जताया। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उन्हें राजनीतिक जिम्मेदारियों से रिलीव करने का अनुरोध किया, क्योंकि वे क्रिकेट की दुनिया में फोकस करना चाहते हैं।
बता दें कि गौतम गंभीर IPL 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर के रूप में नजर आएंगे। वे कमेंट्री भी करते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि क्रिकेट वर्ल्ड से जुड़ी जिम्मेदारियां निभाते समय वे लोकसभा चुनाव 2024 और राजनीतिक जिम्मेदारियों को समय नहीं दे पाएंगे, इसलिए वे राजनीति छोड़ना चाहते हैं।