Hathras Stampede: प्रशासन के रडार पर आया नोएडा का आश्रम, बाबा की प्रॉपर्टी पर चलेगा योगी का बुलडोजर?
Hathras Stampede Bhole Baba Noida Ashram: (दीपक दुबे/मोहम्मद युसूफ) नोएडा के नए गांव में मौजूद भोले बाबा उर्फ नारायण हरी साकार का आश्रम जिला प्रशासन की रडार पर आ गया है। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन नारायण साकार हरी नोएडा प्रवास नाम के इस आश्रम की जांच में जुट गया है। बताया जा रहा है कि यह आश्रम ग्राम सभा की भूमि पर बना हुआ है। हाथरस हादसे के बाद यह आश्रम चर्चा में आया है। हालांकि अभी तक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आश्रम वैध है या अवैध लेकिन ऐसे में सवाल यही है यदि जांच में यह अवैध पाया गया तो बाबा के इस आश्रम को योगी के बुल्डोजर से ढहाने का खाका जिला प्रशासन तैयार कर सकता है।
2021 में बना था आश्रम
गौतमबुद्ध नगर ज़िले के नए गांव स्थित नारायण हरी साकार प्रवास नोएडा के इस आश्रम को वर्ष 2021 में बनाया गया था। आस पास के लोगों के मुताबिक इस आश्रम में नारायण हरी साकार भोले बाबा का दो वर्ष पहले तक आना जाना रहता था। इस आश्रम का संचालन बाबा की टीम के लोग करते हैं। आश्रम में आने वाले भक्तों के लिए प्रवचन आदि कार्यक्रम बाबा की टीम के लोग ही करते हैं। इस आश्रम के रख रखाव के लिए भी बाबा के लोग यहां पर मौजूद रहते हैं और आश्रम में आने वाले भक्तों के लिए व्यवस्था करते हैं।
नोएडा के आश्रम पर प्रशासन की नजर
नारायण हरी साकार भोले बाबा के देश भर में करीब दो दर्जन के आस पास आश्रम बताए जा रहे हैं, जहां पर उनके भक्त प्रवचन सुनने आते हैं। वहीं नोएडा में भी उनका एक आश्रम है। हाथरस कांड के बाद से ही नोएडा का यह आश्रम चर्चा में आया और इसकी जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। रेवेन्यू विभाग से तहसीलदार और लेखपाल इस जमीन के खसरा और गाटा संख्या काम मिलान कर रहे हैं। नोएडा विकास प्राधिकरण के नक़्शे के मुताबिक इस जमीन की जांच की जा रही है।
जिलाधिकारी ने दिया बयान
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष वर्मा और नोएडा विकास प्राधिकरण के CEO लोकेश इस बात की तफतीश में जुटे हैं कि इस जमीन पर आश्रम कैसे बन गया और इस जमीन को किसने खरीदा-बेचा? उन्होंने बताया कि अगर यह आश्रम अवैध पाया गया तो नोएडा विकास प्राधिकरण जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस आश्रम पर कार्यवाही करेगा।
जांच में जुटी पुलिस
देश के अलग-अलग शहरों में भोले बाबा की कुल कितनी प्रोपर्टी है? कितने समय में यह प्रोपर्टी बनाई गई है? पैसे कहां से आए या किसने-किसने इनको जमीन किस एवज में दान दी है? पुलिस इन सभी सवालों के जवाब ढूंढने में लगी है। साथ ही प्रशासन की नजर इस बात पर भी है कि भोले बाबा के परिवार या उनके करीबी सदस्यों के नाम पर आखिर कितने की प्रोपर्टी है? इसकी भी जांच शुरू की जा चुकी है।
आश्रम से हटाई गई बाबा की तस्वीरें
हालांकि स्थानीय लोगों के मुताबिक घटना के बाद आश्रम के अंदर और बाहर लगे बाबा के पोस्टर को भी आनन फानन में हटा दिया गया है। न्यूज24 की टीम भी जब बाबा के आश्रम पहुंची तो देखा उनकी फोटो हटा दी गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ऑथोरिटी जमीन आवंटन से जुड़ी जानकारियां खंगाली रही है । 2020 के बाद और उससे पहले की आवंटन फाइलों को खंगाला जा रहा है। वहीं बाबा के अलावा उनके परिवार की संपत्ति की भी जांच हो रही है।
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