हाथरस हादसे के आरोपी बाबा पर दर्ज हैं यौन उत्पीड़न के 5 केस, दुष्कर्म में हो चुकी है जेल
Hathras Stempede Baba Bholenath Jailed in Rape Case: उत्तर प्रदेश के हाथरस में बीते दिन मौत का तगड़ा तांडव हुआ। एक बाबा का सत्संग सुनने पहुंचे लोग भगदड़ का शिकार हो गए। इस हादसे में 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है तो 35 से अधिक लोग घायल हैं। हैरानी की बात ये है कि हादसे के बाद से बाबा फरार है। खुद को भोले बाबा कहने वाले इस शख्स पर रेप का भी आरोप लग चुका है। दुष्कर्म के चलते बाबा ने जेल की सजा भी काटी है।
यौन उत्पीड़न के 5 मुकदमे दर्ज
सत्संग में बाबा के बगल एक औरत को भी देखा जाता है, जिसे वो अपनी तथाकथित पत्नी बताता है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वो महिला बाबा की रिश्तेदार है। बाबा का असली नाम सूरज पाल है। वहीं बाबा पर अलग-अलग शहरों में 6 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें 5 मुकदमे यौन उत्पीड़न के शामिल हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इटावा, कासगंज, फर्रुखाबाद, दौसा और आगरा में बाबा के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले चल रहे हैं। रेप केस के कारण बाबा जेल की सजा भी काट चुका है।
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath arrives in Hathras, to meet those injured in the stampede incident
121 people lost their lives and 28 people were injured in the incident pic.twitter.com/z7VnybRoZv
— ANI (@ANI) July 3, 2024
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खुद छोड़ी नौकरी या हुआ सस्पेंड?
नारायण हरि उर्फ सूरज पाल उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला है। वैसे तो बाबा और उसके सेवादारों ने हमेशा मीडिया से दूरी बनाकर रखी है। मगर बाबा ने अपने अनुयायियों को बताया है कि वो उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा था और उसने नौकरी छोड़कर प्रवचन का मार्ग चुना है। हालांकि यूपी पुलिस को शक है कि नारायण हरि को सस्पेंड किया गया है।
#WATCH | Hathras Stampede | Uttar Pradesh DGP Prashant Kumar says, "116 people have died in the incident. All things are under investigation and we do not want to affect the process by jumping on to conclusions. The matter will proceed based on the findings of the… pic.twitter.com/1lwFnHKEYv
— ANI (@ANI) July 2, 2024
खुफिया विभाग में दी सेवा
नारायण हरि के बड़े भाई राम प्रसाद की मौत हो चुकी है और उसका छोटा भाई राकेश पेशे से किसान है। बाबा के अनुयायियों का कहना है कि 18 साल तक यूपी पुलिस की नौकरी के दौरान नारायण हरि खुफिया विभाग में भी सेवा दे चुका है। बाबा ने बताया कि 1999 में उसने अपनी मर्जी से रिटायरमेंट ले ली और उसने अपना नाम सूरज पाल से बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया। तभी से बाबा ने सत्संग करना शुरू किया। बाबा में आस्था रखने वालों की संख्या लाखों में है। खासकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोगों में बाबा को लेकर गहरी आस्था है।
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