संपत्ति के मामले में कहां ठहरते हैं हिंदू-मुस्लिम?, दोनों की संपत्ति में कितना अंतर? रिपोर्ट में खुलासा
How much wealth do Indian Have: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान है। बुधवार को दूसरे चरण के लिए प्रचार खत्म हो गया। इस दौरान एक चुनावी सभा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बयान इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल, पिछले दिनों राजस्थान के बांसवाड़ा में पीएम ने चुनावी रैली को संबंधित करते हुए कहा कि कांग्रेस मां-बहनों का सोना लेकर घुसपैठियों में बांटना चाहती है। उनका दावा था कि कांग्रेस ने ये बातें अपने घोषणा पत्र में कही है।
देश के हिंदू, मुस्लिम, दलित और ओबीसी के पास कितनी संपत्ति ?
पीएम के बयान के बाद मीडिया में ये सवाल उठ रहे हैं आखिर देश के हिंदू, मुस्लिम, दलित, ओबीसी समेत अन्य जातियों के पास कितनी संपत्ति है? मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में इसे लेकर कोई स्पष्ट रिपोर्ट तो नहीं आई है। साल 2022 में जरूर इसे लेकर एक रिसर्च हुई थी। जानकारी के अनुसार ये रिसर्च इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ दलित स्टडीज ने की थी। इंस्टीट्यूट की स्टडी रिपोर्ट ऑन इंटर इनइक्वैलिटी इन वेल्थ ऑनरशिप इन इंडिया के अनुसार देश के मुसलमानों, अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के बीच सबसे कम संपत्ति है।
उच्च हिंदू जातियां सबसे अमीर, एसटी के पास 3.7 फीसदी संपत्ति
रिपोर्ट के अनुसार, देश के उच्च हिंदू जातियों के पास देश की कुल संपत्ति का करीब 41 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद हिंदू ओबीसी के पास देश की कुल संपत्ति का 31 फीसदी हिस्सा है। बता दें रिसर्च करने वाला इंस्टीट्यूट भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) से मान्यता प्राप्त है। रिपोर्ट में NSSO (राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन) और इंडियन इकोनॉमिक सेंसेस की और से किए ऑल इंडिया डेट और इंवेस्टमेंट सर्वे के डाटा का भी हवाला दिया गया है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि मुसलमानों के पास देश की कुल संपत्ति का 8 फीसदी, एससी के पास 7.3 फीसदी और एसटी के पास 3.7 फीसदी संपत्ति है।