कौन हैं IAS नियाज? जिन्हें 'खान' टाइटल का हुआ नुकसान; बयानों पर पहले भी हुआ विवाद
IAS Niyaz Khan Profile and Controversy: मध्य प्रदेश कैडर के ऑफिसर नियाज खान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। नियाज ने अपना सरनेम 'खान' हटाने का ऐलान कर दिया है। नियाज ने इसकी वजह अमेरिका और यूरोप सरीखे पश्चिमी देशों को बताया है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब नियाज अपने बयान की वजह से चर्चा में आए हैं। इससे पहले भी वो अपने कई बयानों को लेकर विवादों में घिर चुके हैं।
नियाज ने क्यों हटाया सरनेम?
IAS ऑफिसर होने के साथ-साथ नियाज एक शानदार लेखक भी हैं। वो अब तक 7 नोवेल समेत 10 किताबें लिख चुके हैं। हालांकि नियाज का कहना है कि उनकी किताबों को विदेश में कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिलता, जिसकी वजह उनका सरनेम ही है। नियाज ने सोशल मीडिया पोर्टल से भी अपना नाम हटाकर 'माइकन ए' कर लिया है। नियाज ने ट्वीट शेयर करते हुए लिखा कि जब जब USA और UK में बुक भेजी गई, वो सब 'खान' नाम होने से की वजह से रिजेक्ट हो गईं। गोरा समाज नहीं चाहता कि हम अश्वेत लोग अंग्रेजी साहित्य में बड़ा मुकाम हासिल करें।
यह भी पढ़ें- अशोक कुमार मित्तल कौन? जिनके घर में रहेंगे अरविंद केजरीवाल; हलवाई से कैसे बने बड़े बिजनेसमैन?
पहले भी हो चुका है विवाद
IAS नियाज पहले भी अपने बयान की वजह से विवादों में रहे हैं। जुलाई में उन्होंने ट्वीट शेयर करते हुए बढ़ती मुस्लिम आबादी पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने इसकी वजह मौलवी और मदरसों को ठहराया था। वहीं द कश्मीर फाइल्स की रिलीजिंग के बाद भी IAS नियाज ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि सोच रहा हूं दुनिया में मुस्लिमों पर हुए नरसंहार के ऊपर किताब लिख दूं।
IRS ने बने IAS
बता दें कि IAS नियाज छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि वर्तमान में वो मध्य प्रदेश कैडर के ऑफिसर हैं। IAS नियाज राजस्व सेवा में प्रशासनिक अधिकारी थे। मगर उनके शानदार काम की वजह से उन्हें प्रमोशन दे दिया गया और वो मध्य प्रदेश कैडर के IAS ऑफिसर बन गए। वर्तमान में वो मध्य प्रदेश के PWD विभाग में उप सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
यह भी पढ़ें- सलमान का जबरा फैन! 5 KM घुटनों के बल चला, दंतेश्वरी मंदिर में जलाया भाईजान के नाम का दिया