मानसून पर IMD का ताजा अपडेट, देश में 19 फीसदी कम बारिश, जानें कब मिलेगी गर्मी से निजात?
IMD Monsoon Alert: इस बार भीषण गर्मी के कारण न केवल इंसान, बल्कि जानवर भी परेशान दिखे हैं। जून के महीने में पड़ी गर्मी ने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। पांच राज्यों में मानसून ने दस्तक भी दी। लेकिन जैसी उम्मीदें थी, उतनी बारिश नहीं हुई। मानसून की स्पीड काफी धीमी रही। जिसके कारण कम बारिश हुई और लोगों को गर्मी से निजात नहीं मिली। बंगाल, पंजाब और झारखंड जैसे राज्यों में बेहद कम बारिश देखने को मिली है। जून बीतने के कगार पर है, लेकिन अभी मानसून की तेज बारिश का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। जून के महीने में मानसून की धीमी गति किसानों की चिंता बढ़ा रही है। जून के महीने में अब तक 19 फीसदी तक कम बारिश देखने को मिली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से बुधवार को कहा गया है कि 28 से 30 जून के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में तेज बारिश हो सकती है।
झारखंड के 5 जिलों में बेहद कम बारिश
झारखंड में दक्षिण पश्चिमी मानसून की स्लो स्पीड के कारण 67 प्रतिशत तक कम बारिश देखने को मिली है। 5 जिलों में तो यह कमी 80 फीसदी तक दर्ज की गई है। ऐसी ही स्थिति बंगाल और पंजाब की है। यूपी और बिहार समेत कई राज्यों में जून माह में कम बारिश दर्ज की गई है। इस साल मानसून पहले आ गया था। उम्मीद थी कि अच्छी बारिश होगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। आईएमडी यानी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से सामान्य बारिश की भविष्यवाणी इस माह की गई थी। अब 18 जून के बाद इस भविष्यवाणी को सामान्य से कम कर दिया गया है। यानी इस महीने औसत से भी कम बारिश होगी।
This is gonna be wild🤯 IMD 's GFS model is predicting over 200+ mm of rains in and around #Pune and heavy rain in and around #Mumbai on 29th June. Seems like this is gonna be a significant event. Need to be vigilant☔️🌧⛈️. #MumbaiRains #punerains #Monsoon #Konkan #Maharashtra pic.twitter.com/7n0ArhNJ5S
— Weather Enthusiast Tanny (@tan_5989) June 23, 2024
मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि आईएमडी लगातार अपने पूर्वानुमानों को अपडेट करता रहता है। मौसम की स्थिति बदलती रहती है। दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर इलाकों में भारी बारिश की आशंका थी। उत्तर पश्चिम भारत में कम बारिश का अनुमान विभाग की ओर से लगाया गया था। लेकिन अब बताया जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में मानसून की धारा कमजोर है। जिसके कारण अब पूर्वी राज्यों में भी बारिश कम होने की आशंका है। एक अनुमान के मुताबिक 25 जून तक भारत में 19 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। वहीं, उत्तर-पश्चिम में 57 फीसदी, पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में 16 फीसदी व मध्य भारत में 23 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।