7000KM का सफर, पथरीले रास्ते, 52 वायु योद्धा...जानें कब से शुरू होगी Wings of Glory थंडर कार रैली
Wings of Glory Himalayan Thunder Car Rally: भारतीय वायुसेना की हिमालयन थंडर रैली Wings of Glory शुरू होने वाली है, जिसे देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। रैली थोइस से तवांग तक 7000 किलोमीटर तक का सफर तय करेगी। एयरफोर्स की महिला अधिकारियों समेत 52 वायु योद्धा इस रैली में हिस्सा लेंगे। 16 पड़ावों पर रुकते हुए वे 20 जगहों पर युवाओं से इंट्रैक्शन भी करेंगे। कार रैली को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा एक अक्टूबर को दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से रवाना किया जाएगा।
8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस पर थोइस (सियाचिन के रास्ते में भारतीय सैनिकों का ट्रांजिट हॉल्ट) से रैली को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। यह जगह समुद्र तल से 3068 मीटर ऊपर दुनिया के सबसे ऊंचे एयरफोर्स स्टेशनों में से एक है। 9 अक्टूबर को लद्दाख के उप-राज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा लेह के पोलो मैदान में कार रैली का स्वागत करेंगे और इसे आगे की यात्रा के लिए रवाना करेंगे। यह रैली 13 नवंबर तक दिल्ली लौट आएगी। यहां देश के नेशनल लीडर्स और आर्मी ऑफिसर रैली का स्वागत करेंगे और इसका औपचारिक समापन कराएंगे।
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वायुसेना का कार रैली निकालने का यह मकसद
एयरफोर्स सूत्रों के अनुसार, कार रैली का मकसद युवाओं को प्रेरित करना है। युवाओं को वायुसेना में शामिल होने के लिए आकर्षित करना और इसकी उपलब्धियों से युवाओं को अवगत कराना है। भारतीय वायुसेना इस कार रैली की आयोजक है। रैली के दौरान वायु योद्धा 1948 में शुरू हुए कश्मीर अभियान, 1965, 1971, 1999 के युद्ध, बालाकोट हमले और केदारनाथ आपदा बचाव अभियान के बारे में युवाओं को बताया जाएगा।
निर्मलजीत सिंह सेखों, अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, कारगिल नायक स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा की बहादुरी की कहानियां सुनाई जाएंगी। इस रैली को हिंदी में 'वायु वीर विजेता' रैली कहा जाता है। इसे हिमालयन थंडर और विंग्स ऑफ ग्लोरी कार रैली जैसे टैग भी दिए गए हैं। 16 पड़ावों पर वायु योद्धा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रों और युवाओं के साथ बातचीत करेंगे। आखिर में तवांग में वायुसेना का झंडा फहराया जाएगा। तवांग छठे दलाई लामा का जन्मस्थान और तिब्बत के बाहर दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है।
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