इंफोसिस का ये 'कर्मचारी' नारायणमूर्ति से भी ज्यादा अमीर, 38 हजार करोड़ से ज्यादा का मालिक

Who is Senapathy Gopalakrishnan: सेनापति गोपालकृष्णन, उन सात लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने 1981 में इंफोसिस की स्थापना की थी, कभी 20 हजार की पूंजी के साथ शुरू हुई कंपनी आज दुनिया की सबसे बड़ी आईटी सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी है।

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69 वर्षीय गोपालकृष्णन मौजूदा समय में Axilor Ventures (एक्सिलोर वेंचर्स) के चेयरमैन हैं। फोटोः ANI

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Who is Senapathy Gopalakrishnan: इंफोसिस के सहसंस्थापक सेनापति गोपालकृष्णन ने संपत्ति और अमीरी के मामले में नारायणमूर्ति को पीछे छोड़ दिया है। हुरुन इंडिया के मुताबिक सेनापति के पास 38,500 करोड़ की संपत्ति है। वहीं इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति को पांचवां स्थान मिला है। हाल ही में जारी हुरुन इंडिया की अमीरों की लिस्ट में शामिल नारायण मूर्ति की कुल संपत्ति 36,600 करोड़ बताई गई है। इस तरह लिस्ट में सुधा और नारायणमूर्ति परिवार को बेंगलुरु का पांचवां सबसे अमीर परिवार बताया गया है। वहीं भारत में उनका स्थान 69वां है।

कौन हैं सेनापति गोपालकृष्णन

सेनापति 'क्रिस' गोपालकृष्णन इंफोसिस के सहसंस्थापकों में से एक हैं। मल्टीनेशनल कंपनी इंफोसिस में उन्होंने 2007 से 2011 तक सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दी है। 2011 से 2014 तक वे इंफोसिस में वाइस चेयरमैन के पद रहे। 69 वर्षीय गोपालकृष्णन मौजूदा समय में Axilor Ventures (एक्सिलोर वेंचर्स) के चेयरमैन हैं। यह एक स्टार्टअप कंपनी है, जिसने गुडहोम, कागज और एनकैश जैसी कंपनियों में निवेश किया हुआ है।

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गोपालकृष्णन ने फिजिक्स में मास्टर डिग्री की पढ़ाई के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई की। 2011 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया। गोपालकृष्णन ने सुधा गोपालकृष्णन के साथ शादी की। दंपत्ति ने प्रतीक्षा ट्रस्ट की स्थापना की है, जो मस्तिष्क से जुड़े शोध पर काम करता है। यह एक चैरिटी ऑर्गेनाइजेशन के तौर पर काम करता है।

इंफोसिस की वेबसाइट के मुताबिक गोपालकृष्णन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में शामिल हैं। इसके साथ ही वह IIIT, बेंगलुरु के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। साथ ही चेन्नई मैथमेटिकल इंस्टीट्यूट के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज में भी शामिल हैं।

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इंफोसिस की स्थापना

इंफोसिस की स्थापना सात इंजीनियरों ने 1981 में एक बेडरूम वाले कमरे से की थी, बाद में कंपनी पुणे से बेंगलुरु शिफ्ट हो गई। कंपनी के सात सहसंस्थापकों में नारायणमूर्ति, नंदन नीलेकणि, क्रिस गोपालकृष्णन, एसडी शिबूलाल, के दिनेश और एनएस राघवन शामिल हैं।

इंफोसिस की स्थापना एक सपने के तौर पर हुई थी, जिसके पास सिर्फ 250 डॉलर (20 हजार रुपये) की पूंजी थी, लेकिन आज इंफोसिस दुनिया की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी है, जिसका बाजार पूंजीकरण 80 बिलियन डॉलर (67 हजार करोड़ से ज्यादा) से ज्यादा है।

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