क्या अनंतनाग-राजौरी सीट पर टलेगा चुनाव? दो पूर्व सीएम ने EC से की ये अपील
Jammu Kashmir Lok Sabha Election (आसिफ सुहाफ) : देश में लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व लोकसभा चुनाव चल रहा है। दूसरे चरण का मतदान संपन्न हो गया है। इस बीच जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग राजौरी सीट पर चुनाव स्थगित नहीं करने की मांग की है। इसे लेकर उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। आइए जानते हैं कि अनंतनाग राजौरी में चुनाव स्थगित करने की क्यों उठ रही मांग?
जम्मू कश्मीर के दो पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा कि भाजपा और उनकी सहयोगी पार्टियों को चुनाव में हार का आभास हो गया है, इसलिए वे मौसम का बहाना बनाकर अनंतनाग राजौरी में मतदान स्थगित कराना चाहते हैं।
यह भी पढ़ें : ‘पहले चरण की वोटिंग से BJP में घबराहट’, News 24 से बातचीत में क्या बोले मल्लिकार्जुन खरगे
महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर लगाया बड़ा आरोप
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र में चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और अन्य दल मेरे खिलाफ एकजुट हैं। वे मुझे संसद पहुंचने से रोकना चाहते हैं। जिस तरह से मुझे लोगों को समर्थन मिल रहा है, उससे इन दलों के नेता डरे हुए हैं, इसलिए उन्होंने चुनाव आयोग को अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट पर चुनाव स्थगित करने के लिए पत्र लिखा है।
चुनाव स्थगित होने से लोगों को गलत संदेश जाएगा : मुफ्ती
मुफ्ती ने कहा कि यह मांग पूरी तरह से अतार्किक है, क्योंकि चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं। उन्होंने EC से अनंतनाग-राजौरी सीट पर चुनाव स्थगित न करने की अपील की। इससे लोगों में गलत संदेश जाएगा और उनका चुनावी प्रक्रिया से भरोसा उठ जाएगा। इसके गंभीर परिणाम भी होंगे। पूर्व सीएम ने परिसीमन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने पहले अनंतनाग संसदीय क्षेत्र का स्वरूप बदला और फिर चुनावों में धांधली करने के लिए परिसीमन का इस्तेमाल किया। क्या उन्हें यह जानकारी नहीं है कि मुगल रोड पारंपरिक रूप से छह महीने तक बंद रहती है, लेकिन उन्होंने चुनावों में धांधली करने के लिए पीर पंजाल के दोनों तरफ के हिस्सों को जोड़ दिया।
उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती की मांग पर जताई सहमति
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती की मांग पर सहमति जताते हुए कहा कि जब उन्हें लगता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस का पलड़ा भारी है और सत्ता समर्थित उम्मीदवार हार रहा है तो वे ये हथकंडे अपनाते हैं। उन्होंने कहा कि जिन पार्टियों ने अनंतनाग-राजौरी में मतदान स्थगित करने के लिए पत्र लिखा है, उनमें से कुछ का चुनावों से कोई लेनादेना नहीं है, क्योंकि उन्होंने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है- जैसे कि पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और भाजपा।
यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में चुनाव ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल ने खुद को सर्विस राइफल से मारी गोली
अगर चुनाव स्थगित हुआ तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे : पूर्व सीएम
उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या मुझे दक्षिण भारत की किसी सीट के लिए पत्र लिखकर वहां चुनाव स्थगित करवाने का हक है। हमारा उम्मीदवार वैकल्पिक रास्ता अपनाने के लिए तैयार है। अगर चुनाव आयोग हमारे पत्र पर विचार नहीं करेगा तो यह षड्यंत्र लगेगा। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग ने चुनाव स्थगित किया तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं।
इस वजह से चुनाव स्थगित करने की उठी मांग
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है कि क्या अनंतनाग-राजौरी पर चुनाव स्थगित होने चाहिए या नहीं। भाजपा, जम्मू एण्ड कश्मीर अपनी पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस समेत कुछ दलों ने खराब मौसम और अनंतनाग एवं राजौरी क्षेत्र को जोड़ने वाले मुगल रोड के बार-बार बंद होने की वजह से इस सीट पर चुनाव टालने का अनुरोध किया है। अनंतनाग-राजौरी सीट पर तीसरे चरण में 7 मई को वोट डाले जाएंगे।