दिल्ली से आया कंगना रनौत का बुलावा, जेपी नड्डा ने धाकड़ गर्ल से क्या कहा?

JP Nadda Kangana Ranaut Farmer Controversy: बीजेपी सांसद कंगना रनौत एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। किसान आंदोलन पर कंगना के बयान से सियासी हलचल तेज हो गई है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने घर पर कंगना से मुलाकात की।

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JP Nadda Called for Kangana Ranaut Controversy: बॉलीवुड की कॉन्ट्रोवर्सी क्वीन कंगना रनौत इन दिनों सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रही हैं। किसान आंदोलन पर बयान देने के बाद कंगना विवादों में घिर गई हैं। कंगना के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कंगना को बुलावा भेजा था।

जेपी नड्डा के घर पहुंची कंगना

बीजेपी पहले ही कंगना के इस बयान से किनारा कर चुकी है। मगर इसके बावजूद चर्चा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से लोकसभा सांसद कंगना रनौत को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने घर मिलने बुलाया था। गुरुवार की सुबह कंगना जेपी नड्डा के आवास पर पहुंची। लगभग आधे घंटे की इस मुलाकात पर सबकी नजरें टिकी रहीं।

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आधे घंटे चली बातचीत

कंगना और जेपी नड्डा की बातचीत आधे घंटे तक चली, जिसके बाद जेपी नड्डा ने हरियाणा की कोर ग्रुप मीटिंग में शिरकत की। इस मीटिंग में हरियाणा विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने वाले प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगाई गई। हालांकि कंगना और जेपी नड्डा की आपस में क्या बात हुई? इस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव पर फोकस

लोकसभा चुनाव 2024 में 'अबकी बार 400 पार' का नारा देने वाली बीजेपी महज 240 सीटों पर सिमट गई। आम चुनाव के नतीजों के बाद हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का ऐलान हुआ। जाहिर है ये बीजेपी के लिए परीक्षा की घड़ी है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने एड़ी से लेकर चोटी तक का जोर लगा दिया है। ऐसे में किसान आंदोलन पर कंगना का बयान पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। हरियाणा किसान आंदोलन का केंद्र रहा है। किसानों के धरना प्रदर्शन से लेकर दिल्ली की तरफ कूच करने तक हरियाणा चर्चा में रहा है। आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान बिल वापस लेने का ऐलान किया, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन पर लगाम लग गया।

विपक्ष ने उठाए सवाल

हरियाणा की सभी विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होंगे। राज्य में चुनावी बयार के बीच कंगना के बयान ने एक बार फिर से किसान आंदोलन के मुद्दे को हवा दे दी है। वहीं विपक्षी दल भी कंगना के बयान को हथियार बनाकर चुनावी दांव-पेंच साध रहे हैं। हालांकि बीजेपी रिस्क नहीं लेना चाहती। शायद यही वजह है कि जेपी नड्डा ने कंगना से मुलाकात की।

क्या था कंगना का बयान?

बता दें कि कंगना रनौत अपनी अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी के प्रमोशन में व्यस्त हैं। मुंबई में एक इंटरव्यू के दौरान कंगना ने कहा था कि अगर हमारे देश के पास इतना मजबूत नेतृत्व नहीं होता, तो जो बांग्लादेश में हो रहा है वो यहां भी हो सकता था। किसान आंदोलन के दौरान लाशें टांगी गई और महिलाओं के रेप हुए। किसानों के हक में जो कानून बनाए गए थे, उन्हें वापस ले लिया गया। पूरा देश सदमे में था। वो किसान आज भी वहां बैठे हैं। उन्होंने ये नहीं सोचा था कि कानून वापस हो जाएंगे। इसके पीछे बहुत लंबी प्लानिंग थी। चीन और अमेरिका जैसी विदेशी शक्तियां भी इस आंदोलन को समर्थन दे रही थीं।

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