कश्मीर टाइगर्स कौन? जिसने डोडा में आतंकी हमले की ली जिम्मेदारी? पुलिस कर्मी और 4 जवान हुए शहीद
Kashmir Tigers Terrorist Organization: जम्मू कश्मीर के डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के 4 जवान बलिदान हुए हैं। जम्मू पुलिस का एक पुलिस कर्मी भी मारा गया है। आतंकियों ने सर्च ऑपरेशन चला रहे सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया। इस दौरान हुए ग्रेनेड अटैक और गोलीबारी में जवान घायल हुए, जिन्हें आर्मी हॉस्पिटल पहुंचाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस आंतकी हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स आतंकी संगठन ने ली है, जिसके आतंकी डोडा शहर से 30 किलोमीटर दूर गांव कोटी में छिपे हुए हैं। सुरक्षा बलों को गांव कोटी के शिया धार चौंढ़ माता इलाके में आतंकियों के छिपने का इनपुट मिला था, जिस पर एक्शन लेने के बाद सुरक्षा बल के जवान आतंकियों को तलाश रहे थे कि उन पर फायरिंग हो गई। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की जानकारी ली है।
कौन हैं कश्मीर टाइगर्स?
कश्मीर टाइगर्स हाल ही में बना आतंकी संगठन है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद यह आतंकी संगठन बना। इसके अलावा 3 और आतंकी संगठन TRF, PAFF, लश्कर-ए- मुस्तफा (LEM) बने। इस आतंकी संगठन को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी रहे मुफ्ती अल्ताफ उर्फ अबू जार ने बनाया है, जो जम्मू कश्मीर के अनंतनाग शहर में एक्टिव रहा है और वहीं इसे अपने इस आतंकी संगठन को ऑपरेट करता है।
इनसे पहले जम्मू कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मत, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल एक्टिव थे। अल बदर भी काफी सक्रिय है, लेकिन खास बात यह है कि इन आतंकी संगठनों को पाकिस्तान से आर्थिक मदद मिलती है। कश्मीर टाइगर्स आतंकी संगठन को जैश-ए-मोहम्मद का शैडो ग्रुप कहा जा सकता है। इस आतंकी संगठन ने सबसे पहले जून 2021 में दक्षिण कश्मीर में ग्रेनेड हमला कराने की जिम्मेदारी ली थी और भारतीय सेना को अपनी ताकत दिखाई दी।
कठुआ और रियासी में हुए हमले की जिम्मेदारी भी इसी आतंकी संगठन ने ली थी।