वो 7 चेहरे, जिनके सीने में दफन कोलकाता रेप-मर्डर केस में दरिंदगी का सच! शुरू हुआ पॉलीग्राफी टेस्ट

Kolkata Case Polygrpahy Test: कोलकाता रेप मर्डर केस में आज जिन 7 लोगों का पॉलीग्राफी टेस्ट चल रहा है, उनके सीने में दफन राज खुलने की उम्मीद CBI को है, क्योंकि जांच एजेंसी को संजय रॉय के अलावा बाकी 6 लोगों की केस में अहम भूमिका होने का शक है।

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Kolkata Rape Murder Case Polygrpahy Test

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Kolkata Rape Murder Case Polygraphy Test: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दरिंदगी का सच अब सामने आएगा। CBI आज अपने दफ्तर में रेप मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय समेत 7 लोगों का पॉलीग्राफी टेस्ट करा रही है, क्योंकि CBI को शक है कि संजय रॉय के अलावा जिन 6 लोगों का टेस्ट हो रहा है, उनके सीने में भी 10 अगस्त की अलसुबह 3 से 5 बजे के बीच एक लड़की से की गई दरिंदगी के राज दफन हैं। इन सभी की केस में कोई-न-कोई भूमिका है। मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफी टेस्ट जेल में हो रहा है। उसके अलावा कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, ट्रेनी डॉक्टर के साथ डिनर करने वाले 4 डॉक्टर्स, एक हाउस स्टाफ का टेस्ट CBI दफ्तर में चल रहा है।

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डॉक्टरों और हाउस स्टाफ पर शक क्यों?

CBI सूत्रों के मुताबिक, आरजी कर के 4 डॉक्टरों और हाउस स्टाफ का पॉलीग्राफी टेस्ट इसलिए कराया जा रहा है, क्योंकि यह पांचों वारदात वाली रात को उसी फ्लोर पर थे और सेमिनार हॉल के पास थे, जहां डॉक्टर के साथ दरिंदगी की गई। इनमें 2 डॉक्टर PG फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट हैं। एक हाउस स्टाफ मेंबर है। एक इंटर्न डॉक्टर है। CBI जांच में 2 सेमिनार रूम में 2 डॉक्टरों के फिंगरप्रिंट मिले हैं। हाउस स्टाफ मेंबर CCTV में पहले फ्लोर से तीसरे फ्लोर पर जाते देखा गया। इंटर्न डॉक्टर तीसरे फ्लोर पर ही था और उसने डॉक्टर से कुछ बातचीत भी की थी। CBI को सेमिनार हॉल की चिटकनी भी टूटी मिली। CBI इन सभी का पॉलीग्राफी टेस्ट करके यह जानना चाहती है कि क्या वारदात में इनका हाथ है? या इन्होंने सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की? या वारदात अंजाम देने के लिए रची गई साजिश में इनका भी कोई हाथ है?

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CBI सूत्रों के अनुसार, 9 अगस्त की रात की टाइमलाइन

PG फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट दोनों डॉक्टरों ने पीड़िता के साथ डिनर किया था। डिनर करके दोनों डॉक्टर सेमिनार रूम में चले गए और पीड़िता डॉक्टर सेमिनार रूम में ही आराम करने लगी। दोनों डॉक्टर करीब 2 बजे तक पेरिस ओलंपिक में जैवलिन थ्रो इवेंट का फाइनल मुकाबला देखते रहे। सेमिनार रूम के ठीक सामने डॉक्टरों का स्लीपिंग रूम है, लेकिन उस रात पॉलीसोम्नोग्राफी टेस्ट करीब 2 बजे तक चले। टेस्ट खत्म होने के बाद दोनों डॉक्टर स्लीपिंग रूम में चले गए। हाउस स्टाफ मेंबर ने अपने बयान में बताया कि वह रात करीब पौने 3 बजे तीसरे फ्लोर पर गया था। CCTV में भी वह तीसरे फ्लोर पर जाता दिखा। इंटर्न डॉक्टर इंटर्न रूम में आराम कर रहा था और यह तीनों रूम सेमिनार रूम, स्लीपिंग रूम और इंटर्न रूम तीसरे फ्लोर पर ही आस-पास हैं। CBI इनके बयानों की सच्चाई जानने के लिए ही पॉलीग्राफी टेस्ट करा रही है।

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