संजय रॉय ने रेप के बाद हत्या क्यों की? पॉलीग्राफ टेस्ट में बताया खौफनाक सच
Sanjay Roy Polygraph Test Update: कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस में अब तक का सबसे बड़ा सच सामने आया है। आखिर रेप करने के बाद संजय रॉय ने डॉक्टर की हत्या क्यों की? पॉलीग्राफ टेस्ट में इसका खुलासा हो गया है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, CBI के सूत्रों से खबर सामने आई है कि संजय रॉय ने ही डॉक्टर का रेप किया और फिर उसकी हत्या भी की।
25 अगस्त को प्रेसिडेंसी जेल मे हुए पॉलीग्राफी टेस्ट में संजय रॉय ने बताया कि डॉक्टर सो रही थी और उसी वक्त उसने उसे दबोच लिया था। उसने रेप किया और इस दौरान ही उसे चोटें-खरोंच लगी, लेकिन उसकी हत्या इसलिए की, क्योंकि वह शोर मचा रही थी। इसलिए उसका गला दबा दिया। वह तब तक उसका गला घोंटता रहा, जब तक उसका दम नहीं निकल गया। क्योंकि वह बॉक्सर रह चुका था, इसलिए डॉक्टर उसकी पकड़ से छूट नहीं पाई।
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CBI के पास संजय के खिलाफ कई सबूत
CBI सूत्रों के अनुसार, संजय रॉय ने अपने सभी गुनाह कबूल किए हैं। उसने माना कि 9 अगस्त की रात उसने शराब पी थी। अपनी गर्लफ्रेंड से उसके न्यूड फोटो मांगे थे और रेड लाइट एरिया में भी गया था। वहां से आकर वह अपने पुलिस वाले दोस्त के घर गया था और फिर आरजी कर अस्पताल गया। बता दें कि यह कबूलनामा उसने पहली बार पकड़े जाने पर भी किया था और अब पॉलीग्राफ टेस्ट में भी कबूला है कि उसने ही रेप और मर्डर किया।
CBI ने संजय रॉय के अलावा 6 और लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया है। इनमें आरजी कर अस्पताल के ही 4 डॉक्टर, अस्पताल के हाउस कीपिंग स्टाफ का एक मेंबर और अस्पताल का पूर्व प्रिंसिपल संदीष घोष शामिल है। वहीं CBI को सेमिनार हॉल के आस-पास लगे CCTV कैमरों में संजय रॉय वारदात के वक्त नजर आया। इसके अलावा CBI के पास संजय रॉय के खिलाफ 50 से ज्यादा सबूत हैं।
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ब्लूटुथ डिवाइस के कारण पकड़ा गया संजय
बता दें कि 9 अगस्त की रात 10 अगस्त की अलसुबह 3 से 5 बजे के बीच आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। सेमिनार हॉल में खून से लथपथ हालत में उसका शव मिला था। लाश की हालत बेहद खराब थी, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि आरोपी ने डॉक्टर के साथ हैवानियत की हदें पार की थी। वारदातस्थल से पुलिस को एक ब्लूटुथ डिवाइस मिला था, जो संजय रॉय के फोन से कनेक्टिड था। उसे ट्रेस करते हुए पुलिस संजय रॉय के घर पहुंची।
गिरफ्तारी होते ही संजय रॉय ने अपना गुनाह कबूल लिया, लेकिन वारदात से उपजे आक्रोश के चलते कलकत्ता हाईकोर्ट ने केस की जांच CBI को सौंप दी। अब CBI इस केस की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, क्योंकि CBI को शक है कि इस वारदात में एक नहीं, कई लोग शामिल हैं, हालांकि अभी तक इस दावे से जुड़े सुराग नहीं मिले हैं।
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