Kuwait Fire: 40 भारतीय जिंदा जले, जानें कैसे भड़की थी आग; बिल्डिंग के मालिक का भारत से खास कनेक्शन
Kuwait Fire Tragedy Latest Update: कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। बुधवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे कुवैत में 6 मंजिला रिहायशी इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें जिंदा जलकर करीब 50 लोग मारे गए। मृतकों में 40 भारतीय हैं और भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इतने भारतीयों की मौत होने की पुष्टि कर दी है। हालांकि सिर्फ 5 मृतकों की शिनाख्त हुई है और पांचों केरल के रहने वाले हैं। इनमें एक इंजीनियर और ड्राइवर शामिल है।
मोदी सरकार ने हादसे पर दुख जताया और अग्निकांड में मारे गए भारतीयों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही प्रधानमंत्री ने दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक पर कुवैत में रहने वाले भारतीयों की स्थिति का जायजा लिया, लेकिन जिस कुवैत को भारतीयों ने अपनी मेहनत से जगमग किया, उसके लालच ने ही भारतीयों की जान ले ली। आइए अब जानते हैं कि आग कैसे लगी? NBTC बिल्डिंग का मालिक कौन है और उसका भारत से क्या कनेक्शन है?
🚨 SHOCKING! Around 40 Indian nationals were killed in a building fire at an labour camp in Kuwait.
There is no saftey for Indian workers in middle east. Strong protest needed! pic.twitter.com/KkWfP8xdFm
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) June 12, 2024
कैसे लगी थी बिल्डिंग में आग?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुवैत में बनी 6 मंजिला NBTC बिल्डिंग में आग रसोई में रखे सिलेंडर के कारण लगी। रसोई ग्राउंड फ्लोर पर थी। अचानक सिलेंडर ब्लास्ट हुआ और धमाके के बाद रसोई में आग भड़क गई। इस आग ने देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। चंद मिनटों में आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई। इसमें करीब 160 वर्कर रहते थे, जो नींद के आगोश में थे। आग इतनी तेजी से फैली कि वर्करों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। तंग रास्ते होने के कारण भी वे समय रहते बाहर नहीं निकल पाए। जो बाहर निकल पाए या जिन्हें बचाव दल ने बाहर निकाला, वे बुरी तरह झुलस गए थे। पुलिस सूत्रों और बचाव कर्मियों का कहना है कि जानें बचाई जा सकती थीं, अगर रास्ते तंग न होते। कुवैत में बाहर से आए लोगों से काम कराया जाता है, लेकिन उन्हें अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती।
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किसकी है बिल्डिंग और कौन है मालिक?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस बिल्डिंग में आग लगी, वह NBTC ग्रुप की है। इसके मालिक भारतीय बिजनेसमैन केजी अब्राहम हैं, जिन्हें KGA के नाम से भारत में जाना जाता है। NBTC ग्रुप एक सुपरमार्केट है, जो 1977 में बना था। KGA इस ग्रुप के पार्टनर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। यह कंपनी कई क्षेत्रों में काम करती है, जैसे इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन, टेक्निकल सर्विस, हेवी इक्विपमेंट लीजिंग, लॉजिस्टिक्स, होटल्स, रिटेलिंग आदि। इस कंपनी में करीब 15 हजार लोग काम करते हैं। NBTC कुवैत का सबसे बड़ा कंस्ट्रक्शन ग्रुप भी है। KGA का केरल में 5 स्टार होटल भी है, जिसका नाम क्राउन प्लाजा है। वे इस होटल के चेयरमैन हैं।
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क्या हुई कार्रवाई?
आग लगने की जानकारी मिलती ही कुवैत के डिप्टी PM यूसुफ अल सबाह घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने हालातों का जायजा लेकर हादसे की जांच के आदेश दिए हैं, ताकि अग्निकांड के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जा सके। भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन आज सुबह कुवैत के लिए निकले हैं। अग्निकांड पर विदेश मंत्री जयशंकर ने कल रात कुवैत के विदेशमंत्री FM Abdullah Ali Al-Yahya से बात की, जिन्होंने जयशंकर को राहत कार्यों की जानकारी देने के अलावा आश्वासन भी दिया कि मामले की जांच करके दोषियों को दंडित किया जाएगा। मृतकों के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत भेजने की मांग की गई है।
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मरने वाले कौन?
मृतकों में केरल के कोल्लम जिले का रहने वाला उमरुद्दीन शमीर शामिल है, जो पिछले 5 साल से कुवैत में बतौर ड्राइवर काम कर रहा था। शमीर 9 महीने पहले छुट्टियों में घर आया था। दूसरे मृतक की पहचान 29 वर्षीय साजन जॉर्ज के रूप में हुई, जो MTECH ग्रेजुएट था और एक महीना पहले ही NBTC में बतौर जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर नौकरी करने कुवैत गया था।
केरल के कोट्टायम जिले के गांव पंपाडी निवासी 29 वर्षीय स्टेफिन अब्राहम साबू भी अग्निकांड में मारे गए हैं। साबू इंजीनियर थे। उनकी मां का नाम शर्ली साबू और भाई फेबिन और केविन हैं। साबू का भाई फेबिन भी कुवैत में ही है। त्रिकारीपुर के रहने वाले केलू पोनमलेरी NBTC कंपनी में प्रोडक्शन इंजीनियर थे, जो अग्निकांड में मारे गए। उनके परिवार में अब पत्नी केएन मणि और 2 बेटे रह गए हैं। पत्नी केएन मणि पंचायत सदस्य है। एक और मृतक की पहचान 34 वर्षीय रंजीत के रूप में हुई है, जो पिछले 10 साल से कुवैत में था।
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