चुनाव से पहले बदली पार्टी...80% नेताओं को जनता ने दिया 'झटका'
Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव में जहां एक ओर बीजेपी को 300 का आंकड़ा पार करने में पसीने छूट गए, तो वहीं दूसरी ओर इंडिया ब्लॉक को जबर्दस्त समर्थन मिलता नजर आया। जनता ने इस बार किस आधार पर वोट किया, इसका आकलन करना तो बाकी है, लेकिन रुझानों से पता चला है कि इस बार दलबदल करने वाले नेताओं को जनता ने सिरे से नकार दिया। जी हां, चुनाव से ठीक पहले दूसरी पार्टियों में गए 80 प्रतिशत नेताओं को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इनमें न केवल बीजेपी में आए नेता शामिल हैं, बल्कि बीजेपी छोड़ विपक्षी दलों में गए नेताओं का नाम दर्ज है।
कम से कम 25 नेताओं की हार
आपको बता दें कि चुनाव से पहले दलबदल कर बीजेपी में शामिल होने वाले वाले कम से कम 25 नेताओं को हार मिलती नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ने वाले 7 दलबदल प्रत्याशियों में से सिर्फ 2 को ही जीत मिलती दिख रही है। कुछ ऐसा ही हाल दूसरी पार्टियों के नेताओं का भी देखने को मिल रहा है।
चुनाव से पहले कांग्रेस से बीजेपी में आए सिरसा के अशोक तंवर, हिसार से रणजीत सिंह चौटाला, बांसवाड़ा से महेंद्रजीत सिंह मालवीय, लुधियाना से रवनीत सिंह बिट्टू, नगांव से सुरेश बोरा, कन्नूर से सी. रघुनाथ, पटियाला से परनीत कौर और नागौर से ज्योति मिर्धा जैसे नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।
बीआरएस से आए नेताओं को भी झटका
इसी के साथ बीआरएस से आए साईदी रेड्डी, वारंगल से अरूरी रमेश और तेलंगाना के महबूबाबाद के सीताराम नाईक जैसे नेताओं को भी शिकस्त मिली है। टीएमसी से बीजेपी में आए बैरकपुर के नेता अर्जुन सिंह, जेएमएम से आईं सीता सोरेन भी हार से नहीं बच सकीं। यानी भाजपा में दल बदलकर आया हर 5 में से 4 प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है।
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कांग्रेस में आए नेताओं की भी हार
दूसरी ओर दल बदलकर कांग्रेस में आए 7 में से 6 नेताओं की भी हार तय दिख रही है। बसपा से कांग्रेस में आए दानिश अली, बीजेपी से कांग्रेस में गए कोटा के प्रह्लाद गुंजल, बीजेपी से कांग्रेस में आए मुजफ्फरपुर के अजय निषाद, बीआरएस से कांग्रेस में गए चेवल्ला के रंजीत रेड्डी, बीआरएस से कांग्रेस में आए तेलंगाना सिकंदराबाद के दानम नागेंद्र और बीआएस से कांग्रेस में गईं सुनीता महेंद्र रेड्डी को हार का सामना कर सकते हैं।
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