हैदराबाद वोटिंग में माधवी लता ने क्यों हटवाया महिलाओं का बुर्का? बीजेपी उम्मीदवार बोलीं, 16 साल की बच्ची को पकड़ा
Madhavi Latha Hyderabad Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में तेलंगाना की राजाधानी हैदराबाद से एक वीडियो सामने आई थी। हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटवाकर वोटर आईडी कार्ड से उनका चेहरा मैच कर रही थीं। माधवी लता के इस वीडियो की लोगों ने काफी आलोचना की। मामला इस हद तक बढ़ा कि माधवी लता के खिलाफ FIR भी दर्ज हो गई। हालांकि अब माधवी लता ने पूरे मामले की वास्तविकता लोगों के सामने रखी है।
16 साल की बच्ची ने डाला वोट
माधवी लता ने बताया कि वोटिंग के दौरान हमें पता चला कि हैदराबाद के एक बूथ पर 16 साल की लड़की को मतदान करते हुए पकड़ा गया है। मैं अपनी टीम के साथ वहां पहुंची तो चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि बच्ची को पुलिस स्टेशन भेज दिया गया है। हम 5 मिनट में पुलिस स्टेशन पहुंचे तो पुलिस इंस्पेक्टर ने कहा कि हमने उस लड़की को घर भेज दिया। वो नाबालिग थी तो हम उसे पुलिस स्टेशन में नहीं रख सकते इसलिए उसके माता-पिता को बुलाकर हमने उसे भेज दिया।
#WATCH | Telangana: On FIR registered against her, BJP candidate from Hyderabad, Madhavi Latha says, "... We got the information that presiding officer caught a minor girl casting her vote... They are not registering an FIR. They are free to register an FIR on me but not on… pic.twitter.com/ijvGtXUUYB
— ANI (@ANI) May 14, 2024
पुलिस ने की लापरवाही
माधवी लता ने कहा कि बच्ची को महिला कॉन्सटेबल के साथ रख सकते थे। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया। पुलिस वालों का कहना है कि आप हमें मत सिखाओ। इतने दबाव के बावजूद उन्होंने 2 बजे तक शिकायत नहीं लिखी है। मेरे ऊपर FIR करने के लिए सब खाली बैठे रहते हैं। एक के बाद एक FIR मेरे ऊपर दर्ज की गईं। लेकिन इस मामले पर शिकायत दर्ज करने के लिए सब बिजी हो जाते हैं।
FIR पर तोड़ी चुप्पी
माधवी लता ने कहा कि जब मेरे ऊपर FIR हुई तो मैंने पुलिस से कंप्लेंट की कॉपी मांगी। मगर उन्होंने नहीं दी। एडिशनल डीसीपी साहब ने कॉपी देने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज हमारी छुट्टी है। अपने ऊपर हुई अनगिनत FIR पर जवाब देते हुए कहा कि मेरा FIR राम बाण से शुरू हुआ, जो कि एक अच्छा शगुन हैं। पुलिस वालों को FIR की कोई वैल्यू ही नहीं है। जो भी मिलता है वो बस FIR दर्ज कर देते हैं। ये न्याय के लिए लड़ने का मेडल है।