whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

बहादुर पायलट! 1500 जानें बचाई, MiG-29 घरों पर गिरता तो मचती तबाही; देखें फाइटर जेट कैसे जला?

Fighter Jet Crash Video Viral: भारतीय वायुसेना का मिग विमान अगर रिहायशी इलाके में गिरता तो 1500 लोग मारे जाते, लेकिन पायलट ने सबकी जान बचा ली। उसने अपनी जान दांव पर लगाकर प्लेन कर रास्ता मोड़ दिया। देखिए कैसे उसने लोगों की जान बचाई?
10:51 AM Sep 03, 2024 IST | Khushbu Goyal
बहादुर पायलट  1500 जानें बचाई  mig 29 घरों पर गिरता तो मचती तबाही  देखें फाइटर जेट कैसे जला
MiG 29 Fighter Jet Crash

MiG 29 Fighter Jet Crash Inside Story: भारतीय वायुसेना का MiG-29 फाइटर जेट अगर बाड़मेर के ऑयल फील्ड में गिरता तो खूब तबाही मचती। करीब 1500 लोगों की जान जाती, लेकिन पायलट ने क्रैश हुए फाइटर जेट को जमीन की ओर तेजी से बढ़ते देखा तो उन्हें जेट प्लेन का रुख मोड़ दिया और उसे रिहायशी इलाके से 2 किलोमीटर दूर तक ले गया। वहीं अगर प्लेन इससे आगे ले जाता तो और तबाही मचती, क्योंकि जहां प्लेन क्रैश हुआ, उससे 3 किलोमीटर दूर नागणा में क्रूड ऑयल की प्रोसेसिंग यूनिट लगी थी।

Advertisement

अगर प्लेन इसमें गिरता तो जोरदार धमाका होता, लेकिन पायलट की सूझबूझ से प्लेन नो मैन्स लैंड पर गिरा और उसमें आग लग गई। पायलट 8 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे पर जाकर गिरा। वहीं आग लगने के बाद करीब 5 घंटे तक प्लेन धू-धू कर जलता रहा। पायलट सुरक्षित है और किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर भी नहीं है, लेकिन एयरफोर्स चीफ ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पायलट की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी कि उसने अपनी जान दांव पर लगाकर 1500 लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया।

Advertisement

Advertisement

पायलट ने खेतों के ऊपर खुद को इजेक्ट किया

एयरफोर्स सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मिग 29 का पायलट हादसास्थल से करीब 8 किलोमीटर दूर गिरा। जब उसे यकीन हो गया कि प्लेन सुनसान एरिया में गिरेगा, उसके बाद ही पायलट ने अपने आप को इजेक्ट किया। पायलट को हॉस्पिटल ले जाया गया और वहां प्राथमिक उपचार मिलने के बाद उसे एयरपोर्ट स्टेशन ले जाया गया। शहीद हुक्म सिंह की ढाणी निवासी रीडमल सिंह ने बताया कि पायलट ने सही जगह विमान को गिराया। यहां से 3 किलोमीटर की दूरी पर नगाणा क्रूड ऑयल यूनिट है। घनी आबादी वाला क्षेत्र और कवास मार्केट भी है।

हुक्म सिंह के अनुसार, अगर वहां विमान गिरता तो बहुत बड़ा हादसा होता। तकनीकी खराबी का पता चलने के बाद पायलट ने खेतों में प्लेन को गिरने दिया। वे क्रैश होते विमान को कवास मार्केट के ऊपर से मोड़कर खेत की तरफ ले गए। प्लेन आसमान में ही प्लेन आग का गोला बन गया था और जमीन से टकराते ही उसमें जोरदार धमाका हुआ था। धमाका इतना भीषण था कि 10 किलोमीटर दूर तक आवाज सुनाई दी। लोग दौड़े आए और उन्होंने दोनों पायलटों को संभाला। हादसे की जानकारी तुरंत एयरफोर्स अधिकारियों को दी गई।

ऐसा लगा जैसे बिजली गिरी हो

घटनास्थल से करीब 600 मटर दूर रहने वाले नीमराज ने बताया कि हम खाना खाकर घर के बाहर बैठे थे। रात 10 बजे के करीब का वक्त था। अचानक तेज आवाज आई। 10 मिनट बाद दूर खेतों की तरफ धुआं उठते देखा तो दौड़कर मौके परगए। जब तक घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक एयरफोर्स की गाड़ी आ गई थी। धमाका इतना तेज था कि लगा कहीं बिजली गिरी है। रेत में गिरने के बाद भी प्लेन बहुत तेजी से जल रहा था।

डेफेंस PRO अजिताभ शर्मा ने बताया कि मिग-29 फाइटर प्लेन क्रैश हुआ हो गया है। इंडियन एयरफोर्स के ऑफिशियल एक्स हैंडल से रात 10.39 बजे ट्वीट करके प्लेन क्रैश की जानकारी दी गई। इसमें बताया गया कि रूटीन नाइट ट्रेनिंग मिशन के दौरान बाड़मेर सेक्टर में मिग 29 तकनीकी खामी के चलते क्रैश हो गया। पायलट ने सुरक्षा के साथ खुद को इजेक्ट किया। पायलट सुरक्षित है, जानमाल की हानि नहीं हुई है। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो