नीट मामले में नया खुलासा, पेपर से पहले नहीं खुला था डिजिटल लॉक, कटर का किया इस्तेमाल
NEET Paper Leak Scam 2024 Latest Update: नीट परीक्षा 2024 में धांधली के आरोपों के बीच फिर एक बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को शक है कि नीट पेपर लीक के तार बिहार और झारखंड से जुड़े हैं। खासकर झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल में नीट परीक्षा का पेपर लीक होने की शंका जताई गई है। वहीं अब स्कूल के प्रिंसिपल ने हैरान करने वाला बयान दिया है।
नहीं खुल रहे थे डिजिटल लॉक
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि 5 मई को नीट परीक्षा वाले दिन दो प्रश्नपत्रों का डिजिटल लॉक नहीं खुला था। जिसके बाद इसे कटर की मदद से काटना पड़ा। दरअसल नीट परीक्षा 2024 के लिए तैयार प्रश्नपत्रों को बक्से में रखकर सेंटर पर भेजा गया था। इन बक्सों में दो तरह के ताले लगे थे। पहला ताला मैन्युअल था, जिसे चाबी और कटर से खोला गया। वहीं दूसरा डिजिटल लॉक था, जो कि परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले खुद-ब-खुद खुलता है। प्रिंसिपल के अनुसार परीक्षा वाले दिन सभी बक्सों के डिजिटल लॉक 1:15 मिनट पर खुले। मगर दो बक्सों के लॉक नहीं खुले। ऐसे में स्कूल प्रशासन ने कटर का इस्तेमाल करके इन तालों को तोड़ा था।
#WATCH | Delhi: On NEET-UG issue, Chairman of All India Council of Technical Education Prof. TG Sitharam says, "The whole issue has caused a lot of agony for the students. GoI is well aware of what the students are facing, and steps are being taken by them... We would like to… pic.twitter.com/61d95wFsvG
— ANI (@ANI) June 23, 2024
एनटीए को दी थी सूचना
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान-उल-हक का कहना है कि उन्होंने एनटीए को फोन करके डिजिटल लॉक ना खुलने की जानकारी दी। जवाब में एनटीए ने कहा कि डिजिटल लॉक को कटर से काट दो। प्रिंसिपल ने यहां तक बताया कि ओएसिस स्कूल के अलावा पांच परीक्षा केंद्रों में भी प्रश्नपत्र के बक्सों का डिजिटल लॉक नहीं खुल रहा था। एनटीए के आदेश पर सभी ने कटर से काटकर बक्सा खोला।
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल के अलावा एनटीए के पर्यवेक्षक विश्व रंजन ने भी इस खबर की पुष्टि की है। रंजन का कहना है कि पिछली नीट-यूजी परीक्षाओं में भी डिजिटल लॉक का इस्तेमाल किया गया। परीक्षा से पहले एक बीप बजते ही लॉक अपने आप खुल जाता था। मगर इस बार कुछ बक्सों के लॉक ना खुलने पर हम भी हैरान थे। जब हमने इस मामले में एनटीए से संपर्क किया तो उन्होंने कटर से लॉक काटने की सलाह दी।
एनटीए ने दी सफाई
एनटीए के अधिकारियों ने भी इस मामले पर सफाई पेश की है। उनका कहना है कि अगर डिजिटल लॉक अपने आप नहीं खुलता तो उसे कटर से तोड़ा जाता है। ये प्रोटोकॉल है। डिजिटल डिवाइस कभी भी खराब हो सकता है। इसका मतलब ये नहीं है कि इनके साथ छेड़छाड़ की गई है। बता दें कि बिहार आर्थिक अपराध ईकाई (ईओयू) को नीट परीक्षा में लीक कुछ प्रश्नपत्र जले मिले हैं। इन प्रश्नपत्रों का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से मिलता-जुलता है। जिसके बाद से ओएसिस स्कूल भी शक के घेरे में है।
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