होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

'देश में और भी मुद्दे संसद चलने दो...', कांग्रेस-TMC आमने-सामने, INDIA में फूट

Split in INDIA Alliance: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दो दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए हैं। टीएमसी ने अडाणी मुद्दे को लेकर हंगामा कर रही कांग्रेस पर निशाना साधा है। टीएमसी ने कहा कि देश में और भी कई मुद्दे हैं जिस पर ससंद में चर्चा होनी चाहिए।
10:09 AM Nov 28, 2024 IST | Rakesh Choudhary
Mamata Banerjee and Rahul Gandhi
Advertisement

Parliament Winter Session: ससंद के शीतकालीन सत्र के पहले दो दिन हंगामे के कारण संसद में कामकाज नहीं हो सका। अडाणी और वक्फ बिल बोर्ड को लेकर विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच सदन को पहले कुछ घंटों के लिए और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया जाता है। कांग्रेस अडाणी के मुद्दे पर सरकार को घेर रही है। हालांकि सत्र के दौरान इंडिया गठबंधन में फूट देखने को मिली। टीएमसी ने अडाणी मामले में अलग रुख अपना या है। पार्टी के नेताओं ने संसद में अन्य मुद्दों को उठाने पर जोर दिया है।

Advertisement

टीएमसी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद बुधवार को राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा टीएमसी चाहती है कि संसद चले ताकि लोगों के मुद्दों उठाए जा सके। उन्होंने कहा अडाणी मुद्दे के कारण संसद में अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पा रही है। टीएमसी के लोकसभा सांसद काकोलि घोष ने कहा हमारी पार्टी चाहती है कि संसद में कामकाज हो। हम नहीं चाहते हैं कि किसी एक मुद्दे के कारण संसद ठप हो जाए।

इन मुद्दों पर चर्चा चाहती हैं टीएमसी

बता दें कि टीएमसी की रणनीति इस मुद्दे के इतर सरकार को घेरने की है। टीएमसी दक्षिण बंगाल में कुपोषण, मणिपुर, पूर्वोत्तर में अशांति, खाद्या सामग्री की कमी और महिला सुरक्षा बिल के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरना चाहती है। अपराजिता बिल विधानसभा पारित कर चुकी है, लेकिन उसे राज्यपाल ने रोक दिया है। पार्टी ने कहा कि वे इस बिल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास ले जाएगी और राज्यव्यापी आंदोलन चलाएगी।

ये भी पढ़ेंः महीने में कितनी बार धुलते हैं ट्रेन के कंबल-चादर? रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया ये जवाब

Advertisement

बुधवार को 18 स्थगन प्रस्ताव नोटिस

बता दें कि बुधवार को राज्यसभा और लोकसभा में विभिन्न दलों के सांसदों ने 18 मुद्दों पर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। इनमें से अधिकांश प्रस्ताव मणिपुर हिंसा, दिल्ली में बते अपराध और संभल हिंसा में चर्चा को लेकर दिए थे। हालांकि राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इनको खारिज कर दिया था।

ये भी पढ़ेंः महाराष्ट्र में फडणवीस के सिर सजेगा ताज या चौंकाएगी BJP, अमित शाह करेंगे मंथन

Open in App
Advertisement
Tags :
congressparliament winter sessiontmc
Advertisement
Advertisement