ऐश्वर्या मेनन और सुरेखा यादव कौन? जिन्हें मिला PM Narendra Modi के शपथ ग्रहण समारोह का न्योता
PM Narendra Modi Sapath Grahan Ceremony: नरेंद्र मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। ये इतिहास दोहराने वाले मोदी भारत के दूसरे पीएम होंगे, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करेंगे। इससे पहले ये रिकॉर्ड सिर्फ जवाहर लाल नेहरू के नाम था, जिन्होंने लगातार 3 बार देश का नेतृत्व किया था। नेहरू पहली बार पीएम बने, इसके बाद लगातार दो बार और पीएम बने। अब इस रिकॉर्ड में पीएम मोदी भी साझी होंगे। पहली बार कोई गैर कांग्रेसी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे, ये रिकॉर्ड पीएम मोदी के नाम हो जाएगा। बता दें कि बीजेपी के लिए भी ये पल अविस्मरणीय होगा। पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए 8 हजार लोगों को न्योता दिया गया है। इसी बीच दो महिलाएं चर्चा में हैं, जिनको इस विशेष कार्यक्रम के लिए बुलाया गया है। इनमें ऐश्वर्या एस मेनन और सुरेखा यादव शामिल हैं। सुरेखा यादव के नाम एशिया की सबसे पहली महिला लोको पायलट बनने की उपलब्धि है। वहीं, ऐश्वर्या भी वंदे भारत की लोको पायलट हैं।
2 लाख घंटे कवर कर चुकी हैं ऐश्वर्या
ऐश्वर्या एस मेनन दक्षिणी रेलवे के चेन्नई डिवीजन में वरिष्ठ सहायक लोको पायलट की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता भेजा गया है। ऐश्वर्या वर्तमान समय में वंदे भारत ट्रेनों के संचालन की जिम्मेदारी संभालती हैं। वे अब तक वंदे भारत और जन शताब्दी जैसी ट्रेनों के संचालन के 2 लाख घंटे कवर कर चुकी हैं। वे चेन्नई-विजयवाड़ा और चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन सफलता से कर चुकी हैं। सतर्कता और रेलवे सिग्नलिंग की अच्छी जानकारी के कारण कई बार रेलवे अधिकारियों से उनको प्रशंसा पत्र मिल चुके हैं।
वहीं, सुरेखा यादव के नाम एशिया की सबसे पहली महिला लोको पायलट होने की उपलब्धि है। उनको भी पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्योता भेजा गया है। सुरेखा यादव फिलहाल छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-सोलापुर से वंदे भारत ट्रेन का संचालन करती हैं। बताया गया है कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए लगभग 10 लोको पायलटों को न्योता भेजा गया है। सुरेखा का नाम भी उनमें शामिल है। सुरेखा 1988 में भारत की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनी थीं। फिलहाल उनके पास सेमी हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस की लोको पायलट की जिम्मेदारी है।