किस प्रधानमंत्री के कार्यकाल में कितना गिरा-बढ़ा शेयर बाजार? पढ़ें नेहरू से मोदी तक, सबका लेखा-जोखा
Stock Market News: भारत के किस पीएम ने स्टॉक मार्केट रिटर्न दिया था? सबसे पहले इंदिरा गांधी की बात करें तो उन्होंने 15.5 फीसदी रिटर्न दिया था। राजीव गांधी के समय में यह बढ़कर 18.4 प्रतिशत हो गया था। वीपी सिंह इसके बाद पीएम बने तो धमाल मचा दिया था। रिटर्न सीधा 68 फीसदी पहुंच गया था। अगले पीएम चंद्रशेखर बने तो स्टॉक मार्केट साढ़े 3 फीसदी गिर गया था। जिसके बाद पी वी नरसिम्हा राव आए तब स्टॉक मार्केट 20.18 पहुंच गया था। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी तो पहला टर्म बेहद खराब रहा। स्टॉक मार्केट 60 फीसदी तक गिर गया था।
वाजपेयी के समय देखने को मिली अधिक गिरावट
इसके बाद एचडी देवेगौड़ा पीएम बने तो मामूली उछाल दर्ज किया गया। स्टॉक मार्केट 2.3 फीसदी तक पहुंच गया। वाजपेयी दूसरी बार पीएम बने तो स्टॉक मार्केट 4.24 परसेंट बढ़ा। मनमोहन सिंह के पीएम बनने के बाद स्टॉक मार्केट 20.18 प्रतिशत से अधिक रहा। लेकिन जब वे दूसरी बार पीएम बने तो यह कम हो गया। स्टॉक मार्केट 11.6 परसेंट रह गया। मोदी के टर्म में सिर्फ 9.6 परसेंट स्टॉक मार्केट में उछाल देखने को मिला। मोदी जब 2019 में दूसरी बार पीएम बने तो स्टॉक मार्केट यह बढ़कर 12.7 फीसदी तक गया। बता दें कि पिछले चार टर्म पूरे 5-5 साल के रहे हैं। यानी सरकार ने कार्यकाल पूरा किया है। विशेषज्ञों के अनुसार इतना रिटर्न दे पाना भी आसान नहीं माना जाता है।
13th May 2024:
Amit Shah - "Buy shares before June 4th."
19th May 2024:
Narendra Modi - "Stock markets will break records on June 4th."
1st June 2024:
Last phase of polling. Media releases exit polls.
3rd June 2024:
Stock market breaks records and reaches an all-time high.… pic.twitter.com/CstIHq8jLD
— Congress (@INCIndia) June 6, 2024
केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी हाल ही में दावा किया था कि उनकी सरकार के कार्यकाल में शेयर बाजार चार गुना हो गया है। गोयल ने कहा था कि भारत मोदी के नेतृत्व में तेजी से प्रगति कर रहा है। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) के कार्यक्रम में गोयल ने दावा किया था कि 10 साल में उन्होंने तेजी से काम किए हैं। सेंसेक्स 80049.67 के रिकॉर्ड नंबर पर पहुंच गया है। जिस समय उनकी सरकार आई थी, उस समय निफ्टी 5700 के आसपास था। अब यह लगभग 24 हजार के पास है। गोयल ने कहा था कि यह निर्दयी बाजार सिर्फ अपने आंकड़े और भविष्य देखता है।