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'कहां है शांति! क्रिकेट और आतंक साथ-साथ कैसे?' रियासी हमले पर विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

Reasi Terror Attack Latest Update: जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थ यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद राजनीति गरमाई हुई है। हमला जिस समय हुआ, उस समय पीएम मोदी शपथ ले रहे थे। उसी समय अमेरिका में भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच क्रिकेट मैच चल रहा था। विपक्ष ने हमले के मामले में सरकार पर निशाना साधा है।
03:18 PM Jun 10, 2024 IST | Parmod chaudhary
 कहां है शांति  क्रिकेट और आतंक साथ साथ कैसे   रियासी हमले पर विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना
रियासी आतंकी हमला।

Jammu Pilgrim Bus Firing: (विनय सिंह, नई दिल्ली) जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर हमले को लेकर अब कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। हमले में 9 यात्रियों की मौत हुई थी, जबकि 33 घायल हुए थे। हमला उस समय हुआ, जब दिल्ली में नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ ले रहे थे। दूसरी तरफ अमेरिका में भारत और पकिस्तान की टीमों के बीच क्रिकेट मैच चल रहा था। तभी जम्मू कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर हमला कर दिया। हमले के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने हमले के बाद जम्मू कश्मीर में शांति व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं।

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अमित शाह बोले-आतंकियों को दबोच लेंगे

पवन खेड़ा ने सरकार को घेरा और कहा कि क्रिकेट और आतंकवाद साथ-साथ कैसे चल सकते हैं? वहीं, राहुल गांधी ने भी जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शिवखोड़ी मंदिर से तीर्थ यात्रियों को ले जा रही बस पर हमले की निंदा की है। उन्होंने हमले को कायरतापूर्ण और अत्यंत दुखद बताया है। वहीं, ग्रह मंत्री अमित शाह ने इस हमले की निंदा की है। शाह ने दावा किया है कि सुरक्षाबल जल्द आतंकियों को पकड़ लेंगे।

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पवन खेड़ा ने सरकार को घेरते हुए एक्स (पूर्व में टि्वटर) पर वीडियो जारी किया है। उन्होंने कहा कि निहत्थे लोगों पर आतंकियों ने हमला किया। जिसमें 10 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। कश्मीर में पिछले 10 साल से शांति के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन कहां है वो शांति? जो लोग बाहर से काम करने यहां आ रहे हैं, उन लोगों के लिए शांति नहीं है? कश्मीरी पंडित भी नहीं मानते हैं कि यहां शांति आ गई है। सेना और पर्यटकों के लिए भी शांति नहीं है। 10 दिन पहले राजस्थान के 2 पर्यटकों को निशाना बनाया गया है। सिर्फ भाषण देने और अपनी पीठ थपथपाने से शांति नहीं आ सकती है?

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