दांव पर लगा करियर, पर हिम्मत नहीं हारी लड़की; SC कोर्ट का एक आदेश, पहले प्रयास में किसान की बेटी बनी जज
Sadaf Imran UPPSC Judicial Service: बुलंदशहर के एक गरीब किसान की बेटी पहले ही प्रयास में जज बन गई है। PCS (J) की परीक्षा देने वाली सदफ इमरान पहले ही प्रयास में पास हो गईं और उनके गांव में अब खुशी का माहौल है। मगर क्या आप जानते हैं कि सदफ को UPPSC ने परीक्षा देने से रोक दिया था। ऐसे में सदफ ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और जब उन्हें परीक्षा देने का मौका मिला तो सदफ ने पहले ही प्रयास में सफलता का मुकाम हासिल कर लिया।
UPPSC ने रद्द किया आवेदन
दरअसल इस कहानी की शुरुआत 2022 में हुई थी। UPPSC ने जूडिशियल सर्विस की परीक्षा ऑर्गेनाइज करवाई और सदफ इमरान ने पहला स्टेज आसानी से पार कर लिया। परीक्षा के दूसरे स्टेज के लिए सदफ ने समय से ऑनलाइन आवेदन किया और सभी जरूरी कागजातों को पोस्टल सर्विस की मदद से UPPSC के हेडक्वाटर में भेज दिया। हालांकि सदफ के कागजात समय से UPPSC कार्यालय नहीं पहुंचे और उनका आवेद रद्द कर दिया गया।
— Jai Hind 🙏🇮🇳 (@Jaihind1547) May 24, 2024
सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला
सदफ ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और सुप्रीम कोर्ट ने सदफ के हक में फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि कागजात समय से ना पहुंचने में सदफ की बजाए पोस्टल सर्विस की गलती है। पोस्टल सर्विस ने डॉक्यूमेंट्स पहुंचाने में देरी की है। इसलिए सदफ को परीक्षा देने से ना रोका जाए।
सदफ ने हासिल की सफलता
कोर्ट के आदेश पर UPPSC ने सदफ को परीक्षा में बैठने के लिए हामी भर दी। सदफ ने अच्छे नंबरों के साथ ये परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने इंटरव्यू स्टेज भी क्लियर कर लिया। UPPSC ने हाल ही में PCS(J) का रिजल्ट निकाला तो हर कोई दंग रह गया। तमाम मुश्किलों को मात देकर सदफ ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की और वो पहले की प्रयास में जज बन गईं।