हार के बीच किश्तवाड़ में भाजपा को मिला 'शगुन', मुसलमानों के गढ़ में 521 वोट के अंतर से मारी बाजी
Shagun Parihar Won Kishtwar Assembly Seat : जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। केंद्र शासित प्रदेश की 90 सीटों में से भगवा दल को 29 सीटों पर जीत मिली है और 12 पर पार्टी आगे चल रही है। लेकिन, जम्मू संभाग में आने वाली किश्तवाड़ सीट से भाजपा की शगुन परिहार ने जीत हासिल की है। आतंकी हमले में अपने पिता और चाचा को गंवाने वाली 29 साल की शगुन को महज 521 वोटों के अंतर से जीत मिली है।
किश्तवाड़ सीट पर भाजपा ने शगुन परिहार को तो नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सज्जाद अहमद किचलू को और पीडीपी ने फिरदौस अहमद टाक को प्रत्याशी बनाया था। शगुन के खाते में 29,053 वोट आए वहीं सज्जाद अहमद को 28,532 वोट मिले। तीसरे स्थान पर रहे फिरदौस अहमद को सिर्फ 997 वोट मिले हैं। इस तरह से इस मुस्लिम बहुल सीट पर करीबी मुकाबले में शगुन परिहार ने 521 वोट से जीत हासिल कर एक तरह से भाजपा को 'शगुन' देने का काम किया है।
#WATCH | J&K: BJP's leading candidate from Kishtwar Shagun Parihar says, " First of all, what I will do is that, because of security issues, we have lost so many of our army jawans, I lost my father, some have lost their brothers and sons...my efforts will be to ensure that there… pic.twitter.com/jDbIRqQAjU
— ANI (@ANI) October 8, 2024
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विधायक के तौर पर सबसे पहले क्या करेंगी शगुन?
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव में जीत हासिल करने के बाद अपने आगे के प्लान को लेकर शगुन परिहार ने कहा कि सुरक्षा के मुद्दों की वजह से यहां के कई लोगों ने अपनों को खोया है। हमने बड़ी संख्या में अपने जवानों को खोया है। मैंने अपने पिता को खोया है तो कितने ही लोगों ने अपने बेटों-भाईयों को खोया है। मेरी पहली कोशिश यही रहेगी कि यहां रहने वाले हर बच्चे के सिर पर पिता का साया बरकरार रहे, क्षेत्र में अमन रहे और खुशहाली रहे।
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शगुन परिहार भाजपा के दिग्गज नेता अनिल परिहार की भतीजी हैं। अनिल परिहार की एक आतंकी हमले में मौत हो गई थी जिसे हिजबुल मुजाहिदीन ने अंजाम दिया था। इसी हमले में शगुन ने अपने पिता को भी को दिया था। उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। राज्य की सियासी तस्वीर की बात करें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस 36 सीटें जीतकर सबसे आगे चल रही है। वहीं, कांग्रेस के खाते में 6 सीटें आई हैं।