सिक्किम में सड़कें-घर बहे, भारी बारिश के चलते 1500 से अधिक टूरिस्ट फंसे, देखें तबाही का मंजर
Sikkim Heavy Rain Flood: एक और दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर है। लू के थपेड़ों से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। इस बीच सिक्किम में भारी बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। एक ही देश में मौसम के दो अलग-अलग रूप देखने को मिल रहे हैं। भूस्खलन के कारण कई जगह सड़कें टूट गई हैं। सीएम प्रेम सिंह तमांग ने जिला प्रशासन को बचाव और राहत के निर्देश दिए हैं। वहीं भारी बारिश के कारण कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई लोगों के लापता होने की खबर भी है।
जानकारी के अनुसार 12 और 13 जून की रात में हुई बारिश से उत्तरी सिक्किम में भारी तबाही हुई है। वहीं रविवार रात को भी बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है। तिस्ता नदी में जलस्तर बढ़ने से आसपास के घर ताश के पत्तों की तरह ढह गए। भयंकर बारिश के कारण मोबाइल टावर और बिजली के पोल को भी नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर सड़कें अवरुद्ध हो गई।
1500 से अधिक टूरिस्ट फंसे
बारिश के बाद सिक्किम में तिस्ता नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कलिम्पोंग तीस्ता बाजार भी बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग 10, सिंगतम का शांतिनगर और गंगटोक पहले ही ध्वस्त हो चुका है। सिक्किम जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग सोमवार रात से अवरुद्ध है। वहीं यंगून में 1500 से अधिक पर्यटक भी फंसे हुए हैं।
सीएम ने बचाव-राहत कार्य के दिए निर्देश
बारिश से मची तबाही के बाद सीएम प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि कल से लगातार हो रही बारिश के बाद मंगन के आसपास के इलाकों में और उत्तरी सिक्किम में विनाशकारी भूस्खलन से मुझे दुख पहुंचा है। सरकार इस दुख की घड़ी में लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। मैंने आपदा राहत बलों और पुलिस प्रशासन को तत्काल मदद करने के लिए कहा है।
ये भी पढ़ेंः 60 की स्पीड से तूफान आएगा, भारी बारिश की चेतावनी; UP-बिहार में मानसून को लेकर IMD की ताजा भविष्यवाणी
ये भी पढ़ेंः Aaj ka Mausam: बस 4 दिन और… बरसने वाले हैं राहत के बादल, Delhi-NCR में ‘काल’ बनी लू