ज्यादा काम और प्रमोशन न देना...नौकरी से निकालने की बजाए इस तरह इस्तीफा देने को मजबूर कर रही कंपनियां
What is Silent Sacking: क्या आपको लगता है कि वर्कप्लेस या ऑफिस में आपके पास अपने अन्य सहकर्मियों के मुकाबले ज्यादा काम है? क्या सहकर्मियों का प्रमोशन कर दिया गया है और आपको अभी इंतजार करने के लिए कहा गया है? अगर इन सवालों का जवाब हां है! तो समझ जाइए कि नौकरी में आपकी उलटी गिनती शुरू हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कॉरपोरेट कल्चर में आजकल नौकरी से निकालने की बजाए कर्मचारियों की 'Silent Sacking' की जा रही है। दरअसल, नौकरी से निकालने पर कंपनी की बदनामी होती है, इससे मार्केट में कंपनी की वैल्यू घटती है। ऐसे में प्राइवेट कंपनियों ने अपना स्टाफ कम करने का नया तरीका निकाला है।
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क्या होता है Silent Sacking?
जानकारी के अनुसार प्राइवेट कंपनियों में प्रबंधन ऑफिस में काम का ऐसा वातावरण तैयार कर देता है कि कर्मचारी वहां काम नहीं पाते हैं और कुछ समय बाद खुद ही इस्तीफा देकर चले जाते हैं। इससे कंपनी को उन्हें निकालने पर पैसे भी नहीं देने पड़ते और उनकी मार्केट में बदनामी भी नहीं होती। इसी को Silent Sacking कहते हैं, इसमें कर्मचारियों के लिए ऑफिस में काम की स्थिति बिगड़ती जाती है। प्रबंधन कर्मचारी को पहले अधिक काम सौंपता है। फिर काम पूरा करने के बाद भी कुछ कमी निकालकर उसका प्रमोशन नहीं करता है। शिकायत करने पर कर्मचारी को प्रबंधन से कोई सपोर्ट नहीं मिलता है, ऐसे में वह इस्तीफा देने के लिए मजबूर हो जाता है।
Amazon कर रहा Silent Sacking
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ई कॉमर्स साइट Amazon इन दिनों अपने यहां Silent Sacking कर रहा है। बता दें इससे पहले ई कॉमर्स साइट ने 60 दिन की सैलरी देकर बड़ी संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उसके इस कदम की बड़ी आलोचना की गई थी।
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